*सडक सुरक्षा माह के अन्तर्गत यातायात पुलिस मुजफ्फरनगर द्वारा आर्य एकेडमी इन्टरनेशनल स्कूल, मुजफ्फरनगर में किया गया यातायात नियम जागरूकता कार्यशाला का आयोजन*
*सडक सुरक्षा माह के अन्तर्गत यातायात पुलिस मुजफ्फरनगर द्वारा आर्य एकेडमी इन्टरनेशनल स्कूल, मुजफ्फरनगर में किया गया यातायात नियम जागरूकता कार्यशाला का आयोजन*

विद्यार्थियों को यातायात नियमों के विषय में जानकारी देते हुए यातायात नियमों का पालन करने की दिलायी गयी शपथ।
जनमानस को यातायात के नियमों एवं सुरक्षा मानकों के प्रति जागरूकता एवं सुरक्षित परिवहन को प्रोत्साहित करने के उददेश्य से नवम्बर माह को सड़क सुरक्षा माह के रूप में मनाया जा रहा है। मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक सिंह कि निर्देशन में, पुलिस अधीक्षक यातायात श्री अतुल कुमार चौबे के निकट पर्यवेक्षण में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज दिनांक 29.11.2024 को उ0नि0 यातायात श्री पुष्पेन्द्र कुमार तथा डॉ राजीव कुमार, सदस्य बाल कल्याण समिति द्वारा आर्य इन्टरनेशनल स्कूल, मुजफ्फरनगर में यातायात जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विद्यार्थियों व कॉलेज स्टाफ को जागरूक करते हुए बताया गया कि सभी को यातायात के नियमों का पालन करना चाहिये तथा नाबालिग बच्चों को वाहन नही चलाना चाहिये । इसके साथ ही यातायात पुलिस द्वारा विद्यार्थियों को बताया गया कि आप सभी अपने परिजनों को भी बताये कि वाहन चलाते समय सीट बेल्ट तथा दोपहिया वाहन पर हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें, ओवरस्पीडिंग न करें, वाहन चलाते हुए मोबाइल फोन /एयर फोन का प्रयोग न करे, नशे की हालत में वाहन न चलाये, दाएं-बाएं मोडते समय अपने आगे-पीछे देखते हुए इंडिकेटर का प्रयोग अवश्य करें, हाई और लो बीम का उचित प्रयोग करे। यातायात पुलिस द्वारा प्रतिवर्ष होने वाली सडक दुर्घटना तथा उनमे होने मृत्यु के आंकडो को प्रस्तुत करते हुए बताया गया कि सड़क दुर्घटनाओं में बहुत लोगों की मृत्यु हो जाती है तथा बड़ी संख्या में लोग घायल हो जाते हैं, वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन करने तथा निर्धारित गतिसीमा में ही वाहन को चलाने से सड़क दुर्घटनाओं तथा उनमे होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। इसके साथ ही विद्यार्थियों को बताया गया कि यदि कोई सड़क दुर्घटना होती है तो दुर्घटना में घायल की हरसंभव मदद करनी चाहिये तथा उसे समय से अस्पताल पहुचाना चाहिये जिससे उसकी जान बच सके क्योंकि दुर्घटना होने के पश्चात पहले घंटे को गोल्डन आवर कहा जाता जिसमें घायल व्यक्ति की सहायता करने से उसकी जान बचने की संभावना बढ़ जाती है तथा सहायता करने वाले को गुड सेमेरिटन (नेक दिल व्यक्ति) की संज्ञा दी जाती है। इस अवसर पर विद्यार्थियों के मध्य यातायात जागरूकता प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया तथा विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। अन्त में उपस्थित सभी को यातायात के नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई गई व यातायात जागरुकता हेतु पोस्टर/पंपलेट आदि का भी वितरण किया गया।
*MEDIA CELL, MUZAFFARNAGAR POLICE*