शुकतीर्थ में ज्येष्ठ पूर्णिमा पर हुआ दसवां विशाल सत्संग भंडारा
शुकतीर्थ में ज्येष्ठ पूर्णिमा पर हुआ दसवां विशाल सत्संग भंडारा

शुकतीर्थ में ज्येष्ठ पूर्णिमा पर हुआ दसवां विशाल सत्संग भंडारा
मोरना : पौराणिक तीर्थ नगरी शुकतीर्थ स्थित संत शिरोमणि सतगुरू रविदास सतगुरू समनदास महाराज आश्रम में स्वामी ज्ञानभिक्षुक दास महाराज की पुण्यतिथि पर दसवां सत्संग व विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली आदि से बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने सतगुरू समनदास महाराज की प्रतिमा को स्पर्श कर आर्शीवाद प्राप्त किया।
समापन पर प्रबंधक महात्मा गोरधन दास महाराज ने कहा कि सतगुरू रविदास के बताए मार्ग पर चलें और हर समय उनका स्मरण करें। हरियाणा यमुनानगर से आए श्रद्धादास महाराज ने कहा कि मनुष्य को हमेशा परोपकार के कार्य करने चाहिए। बुराई का अन्त भी बुरा होता है, इसलिए जितनी जल्दी बुराई छोड़ सकते हो छोड़ दो और महापुरुषों की शरण में पहुंच अच्छे कर्म करने में लग जाओ। सतगुरु रविदास आश्रम कोड़ा नारायणगढ़ के प्रबंधक महात्मा राजकुमार दास ब्रह्मचारी, गुरु सेवक संदीप दास, परमाल सिंह, महात्मा नत्था दास, महात्मा अजय दास आदि ने भी संबोधित किया। सत्संग में पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली आदि से बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने सतगुरू समनदास महाराज की प्रतिमा को स्पर्श कर आर्शीवाद प्राप्त किया। इस अवसर पर विशाल भंडारे का भी आयोजन कर श्रद्धालुओं को भोजन प्रसाद वितरित किया गया। आश्रम के बाहर लगी साज श्रृंगार, खेल खिलौने, लकड़ी के सामान, बर्तन आदि की दुकानों पर श्रद्धालुओं ने जमकर खरीदारी भी की। ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर गंगा घाट पहुंचे श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा मैया में स्नान कर पूजा अर्चना की। इसके बाद श्री शुकदेव आश्रम, हनुमतधाम, शिवधाम, गणेशधाम, पार्वती मंदिर, शनि धाम आदि में दर्शन कर प्रसाद चढ़ाया।