मुजफ्फरनगर

एक तरीके से पूरी फैक्ट्री यहां पर सिंथेटिक रसगुल्ले की चलाई जा रही है। देखिए किस तरह इस फैक्ट्री में भारी मात्रा में अशुद्ध टिन रसगुल्लों से भरे जाते है।कितना बड़ा खिलवाड़ ।

एक तरीके से पूरी फैक्ट्री यहां पर सिंथेटिक रसगुल्ले की चलाई जा रही है। देखिए किस तरह इस फैक्ट्री में भारी मात्रा में अशुद्ध टिन रसगुल्लों से भरे जाते है।कितना बड़ा खिलवाड़ ।

कैसे फल फूल रहा नकली रसगुल्ले, मावा आदि खाद्य व्यापर और उद्योग

जनपद में पकड़ा गया नकली रसगुल्ला का जखीरा, हर साल की भांति इस साल भी जहां एक तरफ शहर की जनता जिले के लोग दीपावली का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास और हंसी खुशी से मनाने जा रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ मिलावट खोर भी स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस की नाक के नीचे अपने गोरखधंधे में लगातार लगते दिखाई दे रहे हैं।

यह मिलावट खोर का गोरखधंधा एक-दो दिन महीना या साल का नहीं हर साल आने वाली दिवाली या अन्य त्योहारों पर यह गोरखधंधा बड़ी ही चतुराई से फल फूल जाता है। ऐसा नहीं कि जिला प्रशासनिक अधिकारियों स्थानीय पुलिस या इनके गुप्त चरो को इसकी जानकारी ना हो धन लक्ष्मी के आगे सभी लोग नमस्तक होते दिखाई दे जाते हैं। अगर विश्वस्त सूत्रों की मानें तो इतनी बड़ी खेप को भी जब पकड़ा गया जब कुछ अधिकारी कर्मचारियों को उनकी मिठाई नहीं पहुंची।

बड़ा सवाल हर साल इस तरह नकली मावा, नकली रसगुल्ले आदि खाद्य पदार्थ एसडीएम स्तर के अधिकारी, स्थानीय पुलिस एवं अन्य अधिकारी पकड़ते हैं लेकिन जिस विभाग को यह सब पकड़ना होता है वह विभाग अपनी कुंभकर्णी नींद सोया रहता है। बड़ा सवाल आखिर खाद्य विभाग के अधिकारी त्योहारी सीजन से पहले इन सब की धरपकड़ क्यों नही करते अब देखना होगा कि मौके पर पहुंचे अधिकारी स्थानीय पुलिस और संबंधित विभाग के अधिकारी पकड़े गए नकली रसगुल्ले एवं उन्हें तैयार करने वाले और कराने वाले आरोपियों के खिलाफ किस तरह की कार्रवाई कर पाएंगे।

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