अब UK के मंत्री ने भारत को बताया ‘लाइक माइंडेड’, ग्लोबल सप्लाई चेन के लिए माना अहम
अब UK के मंत्री ने भारत को बताया 'लाइक माइंडेड', ग्लोबल सप्लाई चेन के लिए माना अहम

नई दिल्ली. कोरोना महामारी के दौरान एक तरफ चीन वैश्विक रूप से अपनी साख खो रहा है तो भारत उस खाली स्पेस को तेजी के साथ भर रहा है. अब यूनाइटेड किंगडम के विदेश मंत्री डोमिनिक रैब ने अपने एक भाषण में संकेत दिए हैं कि भारत के साथ यूके के संबंध और प्रगाढ़ हो सकते हैं. उन्होंने US Aspen Security Forum को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा-दुनियाभर में लोकतंत्र इस वक्त खतरे में है. ऐसे समय में यूनाइटेड किंगडम को लाइक माइंडेड देशों जैसे भारत के साथ मिलकर चलना होगा. उन्होंने भारत का नाम उन देशों में भी दर्ज किया जो ग्लोबल सप्लाई चेन के लिए भरोसेमंद हैं. भारत को हाई ट्रस्ट वेंडर्स में शुमार किया गया है.उन्होंने दुनिया में बढ़ रही तानाशाही को लेकर भी चेताया है. रैब ने कहा है कि अगले दशक के दौरान तानाशाही शासन वाले देशों के पास लोकतांत्रिक देशों से ज्यादा संपत्ति हो सकती है. इससे पहले खबर आई थी कि यूके के ‘ग्लोबल ब्रिटेन’ दृष्टिपत्र में कहा गया है कि ब्रिटेन को अपने आप को दुनिया में हुए बड़े बदलावों के अनुकूल ढालने के लिए और कदम उठाना चाहिए. साथ ही उसे अपनी विदेश नीति में भारत, जापान और आस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ हिंद-प्रशांत पर जोर देना चाहिए.गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान ग्लोबल सप्लाई चेन में चीन की साख बुरी तरह गिरी है. कोरोना के दौरान कई देशों के मदद करने के नाम पर चीन की तरफ से खराब मेडिकल उपरकरणों की सप्लाई का मामला भी सामने आया था. इसे लेकर नाराजगी जाहिर की गई थी. इसके अलावा बाद में जब कोरोना के उद्गम स्थल की जांच का मसला उठा तो विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम को सबूत देने में भी चीन की तरफ से आनाकानी की गई.बाइडन प्रशासन भी दे चुका सख्ती के संकेत
निवर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले हुए थे. जो बाइडन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद के माना जा रहा था कि चीन राहत की सांस लेगा. लेकिन अब बाइडन प्रशासन की तरफ से सख्ती के संकेत साफ दिखाई दे रहे हैं. यही वजह है क्वाड देशों के राष्ट्राध्यक्षों की बैठक के दौरान भी बाइडन की तरफ से चीन को सख्त संदेश दिया गया था.