ब्रिटेन ने नस्लवाद को पछाड़ दिया’, ऋषि सुनक के PM बनने पर शशि थरूर फिर बोले- क्या भाजपा जैसी पार्टी…
ब्रिटेन ने नस्लवाद को पछाड़ दिया', ऋषि सुनक के PM बनने पर शशि थरूर फिर बोले- क्या भाजपा जैसी पार्टी...

ब्रिटेन में भारतीय मूल के ऋषि सुनक प्रधानमंत्री बने हैं। ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत में भी सियासी दंगल जारी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एक बार फिर से कहा कि यह कई स्तरों पर असाधारण है। उन्होंने कहा कि आप देख सकते हैं कि ब्रिटेन ने अपने नस्लवाद को पछाड़ दिया है, अन्य धार्मिक विश्वासों के लोगों को आत्मसात करने और स्वीकार करने की जबरदस्त इच्छा दिखाई है और इन सभी से ऊपर उन्होंने व्यक्ति की योग्यता को देखा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें जाति, धर्म और वर्ग और भाषा और क्षेत्र के कुछ विचारों से परे देखने के लिए तैयार रहना चाहिए। देश को जो इनाम देना चाहिए वह है योग्यता।
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शरूर ने आगे भाजपा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा जैसी पार्टी जिसके पास आज संसद में एक भी मुस्लिम सांसद नहीं है, जो एक चौंकाने वाली स्थिति है जो पहले कभी नहीं थी। इसके साथ ही उन्होंने पूछा कि क्या बीजेपी के समर्थक किसी अन्य पृष्ठभूमि के पीएम या इस्लामिक या ईसाई धर्म के बीजेपी सीएम की कल्पना कर सकते हैं? मुझे शक है। इससे पहले थरूर ने कहा था कि अगर ऐसा होता है, तो मुझे लगता है कि हम सभी को यह स्वीकार करना होगा कि एक अल्पसंख्यक को सबसे शक्तिशाली पद पर आसीन कर ब्रिटेनवासियों ने दुनिया में बहुत दुर्लभ काम किया है। हम भारतीय सुनक की इस उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं तो आइए ईमानदारी से पूछें कि क्या यहां यह हो सकता है?
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हालांकि, थरूर के इस ट्वीट पर कांग्रेस ने कहा कि भारत में अल्पसंख्यक समुदायों के कई व्यक्ति राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री बने तथा ऐसे में भारत को किसी से सबक लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह देश अनेकता में एकता की मिसाल रहा है। वहीं, भाजपा के रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि भारतीय मूल के एक सक्षम नेता ऋषि सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले हैं। इस असाधारण सफलता के लिए हम सभी को उनकी सराहना करनी चाहिए। यह दुखद है कि कुछ भारतीय राजनेता दुर्भाग्य से इस अवसर का राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं। वह ऐसे नेताओं को ए पी जे अब्दुल कलाम के राष्ट्रपति के रूप में असाधारण कार्यकाल और प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह के 10 वर्षों के कार्यकाल की याद दिलाना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि आज एक प्रतिष्ठित आदिवासी नेता देश की राष्ट्रपति हैं।