नीरज चोपड़ा की अपील, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए एथलीट को भेजा जाए बाहर
नीरज चोपड़ा की अपील, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए एथलीट को भेजा जाए बाहर

टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता और प्रतिष्ठित डायमंड लीग फाइनल्स में खिताब जीतने वाले नीरज चोपड़ा लगातार दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं। नीरज चोपड़ा ने स्विट्जरलैंड के ज़्यूरिख में प्रतिष्ठित डायमंड लीग फाइनल का खिताब जीता है। वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। इसके बाद नीरज चोपड़ा की एक अपील की सामने आई है। नीरज चोपड़ा ने फेडरेशन और लोगों से इस बात की अपील की है कि ज्यादा से ज्यादा एथलीट को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए बाहर भेजा जाना चाहिए। ज़्यूरिख में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं फेडरेशन से और सभी से अपील करता हूं कि जितना ज्यादा हो सके अपने एथलीट को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए बाहर भेजा जाए। मैं चाहता हूं कि हमारे ज्यादा से ज्यादा एथलीट को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका मिले।
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नीरज चोपड़ा ने आगे कहा कि अगले 2 साल मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। अगले साल एशियन चैंपियनशिप है। 2024 में ओलंपिक फिर से आ जाएगा। मेहनत करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने राष्ट्रमंडल खेलों से पहले अपनी चोट के बारे में महसूस किया था। हालांकि, मैं पूरे सीजन के परिणाम से खुश था जहां देश ने कई पदक जीते। मुझे इस बात की भी खुशी है कि मैं जल्दी ठीक हो गया और डायमंड ट्रॉफी जीत सका। मुस्कुराते हुए नीरज ने कहा कि मेरी अंग्रेजी में सुधार हुआ है लेकिन अभी बहुत अच्छी नहीं है। हालाँकि, मैंने इसे उस बिंदु तक सीखा है जहाँ मैं समझता हूँ कि दूसरे क्या कहना चाहते हैं, दूसरों को यह समझाएँ कि मैं क्या कहना चाहता हूँ। एथलेटिक्स एक वैश्विक खेल है और मूल बातें जानने से मदद मिलती है।
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भारत में अपनी अलग पहचान बना चुके नीरज ने कहा कि पिछला साल मेरे लिए नया अनुभव था, सामंजस्य बैठाने में परेशानी हो रही थी लेकिन उस सत्र से मैंने काफी कुछ सीखा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस बार कुछ व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं के लिए मैं तारीखें पहले ही दे दूंगा। जब अभ्यास का समय आएगा तो मैं उस पर पूरा ध्यान दूंगा ताकि तैयारी में कोई कमी ना रहे। हाल में ही नीरज ने विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक जीता था। उन्होंने कहा कि मैंने ओलंपिक के बाद देर से अभ्यास शुरू किया, ऐसे में फिटनेस हासिल करना सबसे बड़ी चुनौती थी। मैंने इस दौरान तकनीक और ताकत पर काम किया।