शुक्र तीर्थ में गंगा की धार, पानी की निकासी और पशु चिकित्सालय की सबसे ज्यादा जरूरत- केशवानंद महामंडलेश्वर
शुक्र तीर्थ में गंगा की धार, पानी की निकासी और पशु चिकित्सालय की सबसे ज्यादा जरूरत- केशवानंद महामंडलेश्वर

मुजफ्फरनगर की तीर्थ नगरी शुक्र तीर्थ में घाट पर गंगा की धार लाने की मांग तेजी से उठाई जा रही है। तीन दिन पहले शुक्र तीर्थ पहुंचे उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सामने भी शुकदेव आश्रम के स्वामी ओमानंद महाराज और राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने गंगा की धार लाने की मांग की थी। अब हनुमत धाम के महामंडलेश्वर स्वामी केशवानंद महाराज ने भी यही मांग करते हुए कहा कि शुक्रताल में गंगा जी की धार और पानी की निकासी की सबसे ज्यादा जरूरत है, बाकी तो सब छोटे-छोटे काम है जिनकी बहुत ज्यादा जरूरत नहीं है, यंहा बगीचा और गेट लगाया गया है यह सुंदरता तो बढ़ाते हैं लेकिन इनकी बहुत ज्यादा जरूरत नहीं है, जरूरी काम है गंगा का आना, गंगा नहीं आएगी तो तीर्थ का अस्तित्व चला जाएगा, अभी डिप्टी सीएम आए थे उनसे भी यही कहा गया, मुख्यमंत्री योगी जी आए थे उनसे भी यही मांग रखी गई थी कि गंगा को लाओ और पानी की निकासी करवाओ, जरा सी बारिश में यहां कई कई दिन पानी भरा रहता है, अगर इस तीर्थ को पर्यटन क्षेत्र में लाया जाए तो सब सुविधाएं मिल जाएगी, आश्चर्य यह है कि मुजफ्फरनगर में 3-3 मंत्री रहे लेकिन किसी ने प्रयास नहीं किया कि गंगा को लाया जाए, दूसरा यहां पर सभी आश्रमों में हजारों गांय हैं और हॉस्पिटल मोरना या भोकरहेड़ी में है, जब गाय बीमार होती है उसे इलाज की जरूरत होती है तो मोरना जाइये, उसे जब टाइम होगा तब वह आएगा इतने तो गाय मर जाती हैं, इसलिए यहां पर पशु चिकित्सालय की भी बहुत जरूरत है, जो गवर्नमेंट के बाएं हाथ का काम है, योगी जी की सरकार प्रशंसनीय है, निडर होकर काम कर रही है, हम जब पहले रात को शुक्रताल आते थे तो भोपा थाने पर रुक जाते थे, पुलिस को कहते थे कि हमें शुक्रताल छुड़वा दो, इतना भय था, अब कोई भय नहीं, पूरी रात रास्ते चलते हैं।।