जयललिता की पार्टी के सर्वेसर्वा होंगे पलानीस्वामी, पन्नीरसेल्वम पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित
जयललिता की पार्टी के सर्वेसर्वा होंगे पलानीस्वामी, पन्नीरसेल्वम पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित

दो गुटों में संग्राम के बीच जे जयललिता की पार्टी AIADMK के सर्वे सर्वा होंगे पूर्व मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी। आज कार्यकारी समिति और आम परिषद की बैठक हुई है। इस बैठक में पलानीस्वामी को अंतरिम महासचिव निर्वाचित किया गया है और उन्हें संगठन चलाने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। इसके साथ ही इस बैठक में AIADMK ने समन्वय और संयुक्त समन्वयक पद को समाप्त करने संबंधी प्रस्ताव पारित कर दिया है। ये दोनों पद क्रमश: ओ पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी के पास थे। इसमें कई नियमोंमें भी संशोधन किए गए जिनमें पार्टी के शीर्ष पद महासचिव का चुनाव लड़ने के लिए कुछ नए नियम और पूर्व अनुमतियां शामिल हैं। बैठक में कुल मिलाकर 16 प्रस्ताव अंगीकार किए गए। पन्नीरसेल्वम पार्टी के कोषाध्यक्ष हैं लेकिन पूर्व मंत्री एवं पार्टी के वरिष्ट नेता सी विजयभास्कर ने पार्टी के वित्त से जुड़े ब्योरे पेश किए, जिनसे संकेत मिलते हैं कि पन्नीरसेल्वम को जल्द ही पदमुक्त किया जा सकता है।
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इससे पहले AIADMK मुख्यालय के बाहर पार्टी के संदिग्ध कार्यकर्ताओं के दो समूहों के बीच यहां झड़पें हुईं। सुबह दोनों गुटों के कथित समर्थक पार्टी के झंडे के साथ पहुंचे और उनके बीच झड़पें हुईं। टेलीविजन में दिखाई जा रही तस्वीरों में कुछ लोग एक दूसरे पर पथराव करते और कुछ पास में खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस दौरान कुछ लोगों को चोटें भी आई हैं। कुछ लोग कार्यालय के दरवाजे जबर्दस्ती खोल कर अंदर जाते दिखाई दिए। खबर यह भी है कि AIADMK आम परिषद के सदस्यों ने ओ पन्नीरसेल्वम को पार्टी से निकालने की मांग की, नेताओं ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अन्नाद्रमुक की आम परिषद की बैठक में ओ पन्नीरसेल्वम को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और पार्टी के कोषाध्यक्ष पद से निष्कासित किया गया है। इसके साथ ही उनके समर्थकों को भी निकाला गया।
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अन्नाद्रमुक की बैठक के बाद राज्य के पूर्व मंत्री कदंबूर राजू ने कहा कि हम तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक हम ई पलानीस्वामी को तमिलनाडु का मुख्यमंत्री नहीं बना देते। उन्होंने कहा कि ओ पन्नीरसेल्वम का दोहरा चेहरा है। वह नहीं चाहते कि किसी की जिंदगी अच्छी हो। वह ईर्ष्यालु है… मेरे अनुभव से ऐसा कह रहा है। मुझे खुशी है कि वह अब बाहर हैं। इससे पहले मद्रास उच्च न्यायालय ने अदालत के राजनीतिक दल के झगड़े में हस्तक्षेप नहीं करने की बात पर बरकरार रहते हुए अन्नाद्रमुक नेता एवं पूर्व समन्वयक ओ. पनीरसेल्वम (ओपीएस) की आम परिषद की बैठक के संचालन पर रोक लगाने के अनुरोध वाली याचिका सोमवार को खारिज कर दी थी। न्यायाधीश ने कहा कि कानून के अनुसार बैठक की जा सकती है।