मोबाइल लेने के लिए पैसे ना देने पर सौतेले बेटे ने माँ का गला दबाकर जान ली, पुलिस ने किया गिरफ्तार

सरधना के मौहल्ला इस्लामाबाद में चिकित्सक के नशेड़ी पुत्र ने अपनी सौतेली मां की दुपट्टे से गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी सीधे अपने पिता के क्लिीनिक पर गया और बेखौफ अंदाज में इस वारदात के बारे में चिकित्सक को बताकर वहां से फरार हो गया। जिस समय पुलिस महिला का पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी कर रही थी, आरोपी फिर घटनास्थल पहुंच गया, और मौके पर मौजूद लोगों के बीच पुलिस के सामने अपने जुर्म का इकबाल किया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
नगर के मौहल्ला इस्लामाबाद निवासी डा. इबादुर्रहमान पुत्र मो. उमर को पहली पत्नी से आठ बच्चे हैं। उन्होंने दो वर्ष पूर्व ही इंदौर की रहने वाली रेशमा से दूसरी शादी की थी। जिसे डा. इबाद ने डेयरी में बने एक कमरे में रखा था। मंगलवार को उनका 18 साल का बेटा खीजर रहमान अपनी सौतेली मां रेशमा के पास पहुंचा। और उससे मोबाइल खरीदने के लिए 10 हजार रुपये की मांग करने लगा। रेशमा ने अपने पास इतने रुपये न होने की बात कही, तो खीजर रहमान ने हंगामा करते हुए रेशमा के साथ हाथापाई शुरू कर दी। इसी समय रेशमा ने अपने पति के पास फोन करके खीजर की इस हरकत के बारे में बताया। इसी के साथ गाली गलौच की रिकार्ड की गई वीडियो क्लिप भी भेज दी। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार कुछ देर बाद वह फिर रेशमा के पास आया, और उसी के दुपट्टे से गला दबाकर रेशमा की हत्या कर दी। बताया गया है कि घटना को अंजाम देने के बाद वह सीधा अपने पिता के क्लिनिक मोहल्ला रामतलैया चौराहा पहुंचा, और बताया कि उसने रेशमा का गला दबाकर उसे मार दिया है। यह कहकर वह वहां से भाग गया। वास्तविकता का पता लगाने के लिए डा. इबादुर्रहमान इस्लामाबाद स्थित डेयरी के कमरे में पहुंचे, जहां रेशमा मृत अवस्था में पड़ी हुई थी। डा. इबाद ने तत्काल इस घटना की सूचना थाना पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची, और पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाने की प्रक्रिया शुरू की। बताया गया है कि इसी दौरान हत्यारोपी फिर घटनास्थल पहुंच गया, और मौजूद लोगों के बीच पुलिस को बताया कि उसने रेशमा को गला दबाकर मार डाला है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके थाने भिजवा दिया। साथ ही शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया।
*पहले भी हमला कर चुका था कातिल*
सरधना। नशे की लत का शिकार हुआ खीजर रहमान पहले भी अपने परिवार के सदस्यों पर हमले की घटना को अंजाम दे चुका है। परिवार वालों का कहना है कि उसने अपने चाचा इकबाल के सिर में बीपी मशीन उठाकर दे मारी थी। जिससे बचने के प्रयास में इकबाल की उंगली टूट गई थी। परिजनों के अनुसार उसे काफी समय तक नशा मुक्ति केन्द्र में भी रखा जा चुका है। जहां से वह कुछ दिन पहले ही घर लाया गया था। इस दौरान उसने अपनी सौतेली मां की हत्या जैसे जघन्य अपराध को अंजाम दे डाला।