टिकट न मिलता देख उत्पल पर्रिकर ने बीजेपी से किया सवाल, पार्टी ईमानदारी और चरित्र में विश्वास करती है या नहीं?
टिकट न मिलता देख उत्पल पर्रिकर ने बीजेपी से किया सवाल, पार्टी ईमानदारी और चरित्र में विश्वास करती है या नहीं?
पूर्व केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल पर्रिकर ने गुरुवार को गोवा में भाजपा नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर भाजपा पणजी निर्वाचन क्षेत्र के लिए मौजूदा विधायक अतानासियो मोनसेरेट को पार्टी का टिकट देती है तो वह चुप नहीं बैठेंगे। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा था कि पार्टी 14 फरवरी को होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव के लिए किसी को सिर्फ इसलिए टिकट नहीं दे सकती क्योंकि वह एक नेता का बेटा है। उनकी टिप्पणी को उत्पल पर्रिकर के संदर्भ में देखा गया। मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल अपने पिता के 25 से अधिक वर्षों से प्रतिनिधित्व वाली सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं।
उत्पल पर्रिकर ने कहा कि गोवा में जिस तरह की राजनीति हो रही है, मैं उसे बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह मुझे मंजूर नहीं है। उत्पल पर्रिकर ने भाजपा से सवाल किया कि पार्टी ईमानदारी और चरित्र में विश्वास करती है या नहीं? केवल जीतने की योग्यता ही मानदंड है (और वह) अखंडता मायने नहीं रखती है? उत्पल ने कहा, ”मैं पार्टी का एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं और देवेंद्र फडणवीस जैसे वरिष्ठ नेता ने जो कहा है उस पर टिप्पणी नहीं कर सकता। लेकिन, अगर मैं सिर्फ इसलिए टिकट मांगना चाहता हूं कि मैं (दिवंगत) मनोहर पर्रिकर का बेटा हूं, तो मैंने आखिरी बार (पर्रिकर के निधन के बाद उपचुनाव के दौरान) इसकी मांग की होगी।”
उत्पल, अतानासियो मोनसेरेट के खिलाफ है, जो एक पूर्व कांग्रेसी है, जो 2008 तक दंगों, बलात्कार सहित कई मामलों का सामना कर रहे हैं। पर्रिकर की मृत्यु के बाद हुए 2019 विधानसभा उपचुनाव में तब कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में मोनसेरेट ने भाजपा उम्मीदवार को हराया था। मोनसेरेट अपनी पत्नी जेनिफर मोनसेरेट सहित 9 अन्य विधायकों के साथ साल 2019 में कांग्रेस से बीजेपी सत्तारूढ़ दल में शामिल हुए थे।