उत्तर प्रदेशताजा ख़बरेंदुनियादेशनई दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़मुजफ्फरनगरराजनीतिराज्यराष्ट्रीयशख्सियतशिक्षासामाजिक

*मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार वृक्षारोपण महाभियान – 2025 के अंतर्गत नवजात शिशुओं को दिये जायेंगे **ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट** एवं उनके परिजनों को भेंट किये जायेंगे पौधे*

*मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार वृक्षारोपण महाभियान - 2025 के अंतर्गत नवजात शिशुओं को दिये जायेंगे **ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट** एवं उनके परिजनों को भेंट किये जायेंगे पौधे*


आज 1 जुलाई 2025 को सनातन धर्म महाविद्यालय, मुज़फ्फरनगर के प्रांगण में जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के निर्देशन में *एक पेड़ माँ के नाम अभियान के अंतर्गत प्राचार्य डॉ सुधीर कुमार पुंडीर, क्षेत्रीय वन अधिकारी आदित्य सोनकर, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी विकास कुमार, वन दरोगा दीपांजलि एवं डॉ राजीव कुमार द्वारा पौधारोपण कर वन महोत्सव – 2025* का किया गया शुभारंभ ————————————————– एन सी सी कैडेट्स नायशा, वंश तथा बागवान को फूलमाला पहनाकर किया गया सम्मानित ————————————————– *पेड़ लगाएं – जीवन बचाएं के स्लोगन के साथ वन महोत्सव मनाएं* ********************* डॉ सुधीर कुमार पुंडीर। ————————————————– सभी जनपदवासियों से अपील एक पौधा अवश्य लगाएं ******************** डॉ राजीव कुमार। ————————————————– कन्हैया पटेल प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी प्रभाग मुज़फ्फरनगर के मार्गदर्शन में क्षेत्रीय वन अधिकारी आदित्य सोनकर, उप क्षेत्रीय वन अधिकारी विकास कुमार, वन दरोगा श्रीमती दीपांजलि एवं स्टाफ द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। उक्त वृक्षारोपण कार्यक्रम में सनातन धर्म महाविद्यालय मुज़फ्फरनगर स्टाफ विकास वर्मा, अंजुल भूषण, मोहम्मद सलीम, प्रशांत शर्मा, राजेश एवं विशम्भर पांडेय की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार वृक्षारोपण *महाभियान- 2025 के अंतर्गत नवजात शिशुओं को* ‘ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट’ दिए जाएंगे एवं उनके परिजनों को पौधे भेंट किये जायेंगे । *वृक्षारोपण महाभियान 2025* में *35 करोड़ पौधे लगाए* जाएंगे।
उत्तर प्रदेश में जुलाई माह में आयोजित वन महोत्सव-2025 के अंतर्गत “एक पेड़ माँ के नाम” थीम पर आधारित यह अभियान प्रदेश को हीटवेव से ग्रीनवेव की दिशा में ले जाएगा।

वन महोत्सव की अवधि में जन्म लेने वाले प्रत्येक नवजात शिशु को ‘ग्रीन गोल्ड सर्टिफिकेट’ प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही नवजात के परिजनों को एक पौधा भी भेंट किया जाएगा, जिसकी देखरेख नवजात की तरह करने का आह्वान किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस पहल को अभियान का भावनात्मक आधार बनाने पर ज़ोर दिया।

मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार प्रदेश की कुल आबादी से अधिक यानी 35 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्ष 2017 से 2024 तक प्रदेश में 204.92 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। वहीं, वर्ष 2017 से 2023 के दौरान उत्तर प्रदेश के हरित आवरण में 3 लाख एकड़ की ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है।

इस बार वन विभाग द्वारा 12.60 करोड़ पौधे, जबकि अन्य विभागों द्वारा 22.40 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। पौधों की आपूर्ति हेतु कुल 52.43 करोड़ पौधों की नर्सरी तैयार की गई है, जिसमें औद्योगिक, इमारती, फलदार और छायादार पौधे शामिल हैं। पौधशालाओं की संख्या 2,500 से अधिक है।

‘प्रोजेक्ट अलंकार’ के अंतर्गत लाभान्वित सभी विद्यालयों, मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में सहजन सहित छायादार पौधों का रोपण अनिवार्य रूप से किया जाएगा। औद्योगिक परिसरों और निराश्रित गो-आश्रय स्थलों में भी पौधरोपण के निर्देश दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार नदियों के दोनों तटों पर पौधरोपण कराया जाएगा और जहां आवश्यक हो, वहां नदियों का चैनलाइजेशन भी किया जाएगा। तालाबों और जल स्रोतों के किनारे भी पौधे लगाए जाएंगे ताकि जल संरक्षण और जैव विविधता को बढ़ावा मिल सके।

वन महोत्सव के दौरान नुक्कड़ नाटक, चित्रकला प्रतियोगिताएं, वाद-विवाद, प्रभात फेरी, ग्रीन वॉक और फोटोग्राफी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी, ताकि युवाओं और आमजन में वृक्षारोपण के महत्व, पर्यावरण संरक्षण तथा जल संरक्षण के प्रति चेतना जागृत हो सके।

मुख्यमंत्री द्वारा गोरखपुर लिंक, पूर्वांचल, बुंदेलखंड, आगरा-लखनऊ और गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारों पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण के निर्देश दिए गए हैं, उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों से भी कम से कम एक पौधा अवश्य लगवाने का आह्वान किया।

रोपे गए सभी पौधों की जियो टैगिंग की जाएगी और उनकी फेंसिंग एवं संरक्षण की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

IMG-20250402-WA0032

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!