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Vyomorozka है दुनिया की सबसे कठिन नौकरी, जानें कहां कर्मचारी करते हैं ये काम

Vyomorozka है दुनिया की सबसे कठिन नौकरी, जानें कहां कर्मचारी करते हैं ये काम

रोजी रोटी कमाने के लिए दुनिया भर में लोग कई तरह के काम करते है। अलग अलग तरह के कामों के जरिए लोग अपना जीवन यापन करते है। कहा भी गया है कि कोई काम बड़ा या छोटा नहीं होता है मगर कुछ काम ऐसे जरुर होते हैं, जिन्हें करने के लिए लोगों को काफी अधिक हिम्मत की जरुरत होती है।

ऐसा ही एक काम है, जो कि रूस के सुदूर पूर्व में लोग करते हैं। रूस के पूर्व में बर्फ से ढके हुए शिपयार्ड के बीच एक ऐसा दृश्य देखने को मिलता है जो कि दुनिया की सबसे कठिन परिस्थिति मानी जाती है। इस परिस्थिति में काम करने वाले श्रमिक दृढ़ संकल्प के साथ ही इन परिस्थितियों में काम कर सकते है। इसे व्योमोरोज़का कहा जाता है, जो कि दुनिया की सबसे कठिन नौकरी मानी जाती है।

इस परिस्थिति को फ्रीजिंग आउट भी कहा जाता है, जो कि दुनिया का सबसे कठिन कार्य माना जाता है। इस दौरान कर्मचारियों के ऊपर से ड्रोन गुजरते है। इस परिस्थिति में माइनस 50 डिग्री में भी लोगों को काम करना पड़ता है। इस काम में कर्मचारियों को उन जगहों पर जाना होता है जहां मरम्मत की जरुरत होती गै। कर्मचारियों को जहाजों और इसके आसपास से बर्फ को हटाना होता है।

जहाजों को गर्मियों के दौरान साइबेरिया की आर्थिक जीवनधारा लीना नदी के तट पर याकुत्स्क बंदरगाह में सर्दियों के दौरान खड़ा किया जाता है। बता दें कि रूस के गणराज्य याकुटिया क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ा इलाका है, जहां विमोरोज्का काम किया जाता है। इसे दुनिया का सबसे कठिन काम माना जाता है। इस कार्य को करने वाले कर्मचारी खुद भी इसे संभावनाओं से पूर्ण बताते है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को 48 वर्षीय कर्मचारी मिखाइल क्लूस ने बताया कि आपको यहां काम करने के लिए सही से कपड़े पहनना जरूरी होता है। किसी गर्म इमारत में आने पर कपड़ों को उतारना होता है। ये पूरी प्रक्रिया एक सॉना की तरह होती है, इसमें भाप भी निकलती है। उन्होंने कहा कि ये सबसे कठिन कामों में से एक जरुर है। जो इस काम को करेगा उसे ठंड से प्यार होना चाहिए। इस काम को करने के लिए सहनशक्ति और ताकत जरुरी होती है। सटीकता के साथ ही इसे करना संभव होता है। इस दौरान मजदूरों को ध्यान रखना होता है कि बर्फ तेजी से ना काटी जाए और पानी में ना घुसे। ऐसा होने से डगआउट डूबने का खतरा बना रहता है। ये काम ऐसा है कि इसमें जितना अधिक सर्दी और बर्फ होगी काम उतना अधिक अच्छे और आसानी से होगा। इस दौरान तापमान भी काफी अधिक होता है, जिससे श्रमिकों को काम करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इतनी भीषण ठंड में कर्मचारी भी ठिठुर जाते हैं और नकारात्मक भावनाएं महसूस करते है।

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