Ram Mandir Inauguration: CPIM ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह से बनाई दूरी, वृंदा करात बोलीं- धर्म का राजनीतिकरण करना सही नहीं
Ram Mandir Inauguration: CPIM ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह से बनाई दूरी, वृंदा करात बोलीं- धर्म का राजनीतिकरण करना सही नहीं

वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में भाग नहीं लेगी। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करती है, और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए सुझाव दिया कि “धर्म का राजनीतिकरण करना सही नहीं है”। उन्होंने अपने बयान में कहा कि हमारी पार्टी अयोध्या में राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह में शामिल नहीं होगी। हम धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करते हैं लेकिन वे एक धार्मिक कार्यक्रम को राजनीति से जोड़ रहे हैं। यह एक धार्मिक कार्यक्रम का राजनीतिकरण है। ये बात ठीक नहीं है।
इस बीच, राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भी राम मंदिर उद्घाटन से जुड़े पूरे मुद्दे को “दिखावा” बताते हुए भाजपा की आलोचना की और कहा कि भगवा पार्टी भगवान राम के लक्षण जो सिखाती है, उसका “बिल्कुल विपरीत” करती है। उन्होंने कहा कि मेरे हृदय में राम हैं। मुझे दिखावा करने की जरूरत नहीं है। मैं जो तुमसे कहता हूं वह अपने दिल से कहता हूं क्योंकि मुझे इन सब बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता।’ यदि राम मेरे हृदय में हैं और राम ने मेरी पूरी यात्रा में मेरा मार्गदर्शन किया है, तो इसका मतलब है कि मैंने कुछ सही किया है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा उन लोगों को करारा जवाब है जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को यह कहकर ताना मारते थे कि ‘मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे।’ यहां ‘अटल संस्कृति गौरव अवॉर्ड्स’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राम मंदिर का निर्माण कर और जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त करके पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का सपना साकार किया है।