राम मंदिर निर्माण के लिए कल्याण सिंह ने छोड़ दी थी कुर्सी, शिलान्यास के दिन हुई थी बात: अमित शाह
राम मंदिर निर्माण के लिए कल्याण सिंह ने छोड़ दी थी कुर्सी, शिलान्यास के दिन हुई थी बात: अमित शाह
लखनऊ। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि भाजपा ने अपना एक दिग्गज और हमेशा संघर्षरत रहने वाला नेता खोया है। उन्होंने कहा कि देशभर में दबे, कुचले, पिछड़ों ने अपना एक नेता खोया है।
बाबूजी के जीवन का लक्ष्य हुआ था पूरा
गृह मंत्री ने कहा कि देश के और विशेषकर उत्तर प्रदेश के दबे, कुचले, पिछड़ों ने अपना एक हितचिंतक गंवाया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन के लेकर सत्ता त्यागने के बारे में उन्होंने सोचा भी नहीं। जब श्रीराम जन्मभूमि का शिलान्यास हुआ था उसी दिन मेरी बाबूजी (कल्याण सिंह) से बात हुई थी। बड़े हर्ष और संतोष के साथ बताते थे कि मेरे जीवन का आज लक्ष्य पूरा हो गया।
अमित शाह ने कहा कि उनका पूरा जीवन उत्तर प्रदेश पर समर्पित रहा। उत्तर प्रदेश के गरीब लोगों को समर्पित रहा और प्रदेश को बेहतर बनाने की दिशा पर काम किया। हम सब भाजपा के कार्यकर्ताओं के लिए इतने गरीब तबके से उठकर इतना बड़ा नेता बनना, विचारधारा के लक्ष्यों के लिए जीवनभर संघर्षरत रहना, समाज के दबे, कुचले वर्ग के लिए हमेशा अपने आपको समर्पित रखना प्रेरणा की बात है।
रिक्तता को भर पाना मुश्किल
उन्होंने कहा कि बाबूजी के जाने से भाजपा के लिए एक बड़ी रिक्तता निर्मित हुई है और मैं मानता हूं कि इसे लंबे समय तक भर पाना बहुत मुश्किल होगा। आज काफी समय से एक्टिव राजनीति में न रहते हुए भी जिस प्रकार का जनसैलाब बाबूजी को श्रद्धांजलि देने के लिए आया है, यही बताता है कि उनके जीवन में एक गहरी छाप उत्तर प्रदेश के सार्वजनिक जीवन में छोड़ी है।