Gehlot-Pilot के बहाने Gajendra Shekhawat का Congress पर निशाना, बोले- साढ़े 4 साल तक राजस्थान में चलता रहा किस्सा कुर्सी का
Gehlot-Pilot के बहाने Gajendra Shekhawat का Congress पर निशाना, बोले- साढ़े 4 साल तक राजस्थान में चलता रहा किस्सा कुर्सी का

राजस्थान में स्थल आखिर में विधानसभा के चुनाव प्रस्तावित है। भाजपा राज्य की कांग्रेस सरकार पर जबरदस्त तरीके से निशाना साध रही है। भाजपा की ओर से कानून व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाया जा रहा है। एक बार फिर से केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि पिछले साढे 4 सालों में राज्य में कोई काम नहीं हुआ है, सिर्फ किस्सा कुर्सी का चलता रहा है। उन्होंने इसी दौरान अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच के मनमुटाव पर भी जबरदस्त तरीके से तंज कसा है।
राजस्थान में किस्सा कुर्सी का
गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने बयान में कहा कि साढ़े 4 साल तक राजस्थान में किस्सा कुर्सी का चलता रहा। आज से साढ़े 4 साल पहले किसानों को और युवाओं को आश्वासन का पिटारा देकर एक सरकार बनी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चुनाव परिणाम आने के बाद आपसी सिर फुटौव्वल नजर आया। साढ़े 4 साल तक राजस्थान में किस्सा कुर्सी का चलता रहा। एक कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं था और दूसरा कुर्सी को छोड़ने को तैयार नहीं था। इनके इस द्वंद में राजस्थान के लोगों ने ये समय खून के घूंट पीकर बिताया। उन्होंने कहा कि शांत और सौम्य प्रदेश राजस्थान में पिछले साढे चार सालों में 1 मिलियन आपराधिक मामले दर्ज हुए। NCRB के आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध में देश का नंबर वन राज्य बन गया।
अपराधियों के हौसले बुंलद
भाजपा ने कहा कि राजस्थान में आज हालात इस तरह के हैं कि बंदूकों की नोक पर जेलों से अपराधी छुड़ाए जा रहे हैं। पुलिस की कस्टडी में अपराधी गैंगवार करके एक दूसरे को मारते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसे देख कर स्पष्ट है कि राजस्थान के आमजन में डर है और अपराधियों के हौसले बुंलद हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया की खबरों के अनुसार, राजस्थान में हर दिन 17 से 18 रेप की घटनाएं हो रही हैं और हर दिन लगभग 5 से 7 हत्या के मामले दर्ज होते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान में महिलाओ पर हो रहे अत्याचार की घटनाओं के बारे में जब कांग्रेस की महिला विधायक से प्रश्न किया जाता है तो वह कहती हैं कि मैं सिक्योरिटी में रहती हूं फिर भी सुरक्षित नहीं हूं।