मुजफ्फरनगर की फ्रेंड्स कॉलोनी में कथावाचक पंडित सीताराम त्रिपाठी के श्री मुख से हो रही है श्रीमद भगवत कथा की अमृत वर्षा
मुजफ्फरनगर की फ्रेंड्स कॉलोनी में कथावाचक पंडित सीताराम त्रिपाठी के श्री मुख से हो रही है श्रीमद भगवत कथा की अमृत वर्षा

आज कपिल और देवहूति माँ का सांगशास्त्र पर प्रसंग, मनुष्य जन्म स्वर्ग एवं नरक की प्राप्ति के कारण हिरणाकश्यप का जन्म एवं वध, प्रहलाद चरित्र, राजा दक्ष प्रजापति द्वारा पुत्री के विवाह में भगवान शिव को आमन्त्रण न देने, सती द्वारा बिना बुलाये पहुँचकर पति अपमान पर स्वयं को भस्म करने उसके बाद वहाँ पहुँचकर भगवान शिव द्वारा दक्ष के अंहकार को नष्ट करने, धुवाख्यान, भरत चरित्र सम्बन्धी प्रसंग सुनाये गये।
आज का मुख्य प्रसंग सती अनसूइया द्वारा त्रिदेवों का अपने घर में शिशु रूप में पालन पोषण होना सुनाया गया। व्यास जी महाराज ने कहा कि त्रिदेवियों (लक्ष्मी, सरस्वती एवं पार्वती) को यह भ्रम हो गया कि तीनों लोकों में हमसे बढ़कर पतिव्रता कोई नहीं है। सती अनुसूइया की परीक्षा लेने हेतु त्रिदेव भेष बदलकर जब सती के द्वार पर भिक्षा मांगने गये तो सती अनुसुइया ने उन्हें पहचानते हुए अपने तपोबल से नवजात शिशु बनाकर अपने घर उनका पालन पोषण करना शुरू कर दिया। उन्हें ढूंढती हुए तीनों देवियां जब सती के आश्रम में पहुँची तो अपने-अपने पतियों को माँ अनुसूइया के घर शिशु रूप में पलते देखकर उनके तपोबल के सम्मुख नतमस्तक हो गई। व्यास जी महाराज ने बताया कि ध्रुव महाराज को 5 वर्ष 6 माह की आयु में ही भागवत प्राप्ति हो गई थी।
कल श्रीमद भागवत कथा का मुख्य पर्व “श्रीकृष्ण जन्मोत्सव” बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास से मनाया जायेगा।
आज के मुख्य यजमान सत्येंद्र सिंघल, डॉ प्रवीण त्यागी , मनोज त्यागी, प्रवेश त्यागी , बाबूराम धीमान, प्रशांत चौहान , केशव गर्ग।
व्यवस्थापक :- पंकज शुक्ला, अनिल त्रिपाठी , हिमांशु त्रिपाठी , सुधांशु त्रिपाठी , रवि त्रिपाठी।