आर्य एकेडेमी इंटरनेशनल स्कूल में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस उमंग और उत्साह के साथ किया गया आयोजित
आर्य एकेडेमी इंटरनेशनल स्कूल में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस उमंग और उत्साह के साथ किया गया आयोजित

अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आर्य एकेडेमी के प्रांगण में विशाल योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे लगभग 300 योग साधको में साधिकाओ ने सामूहिक योगाभ्यास किये| कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डाँ सुनीता बालियान पत्नी डाँ संजीव बालियान केंद्रीय मंत्री भारत सरकार एवम् विशिष्ट अतिथि किसान नेता राकेश टिकैत रहे, दोनों अतिथियो ने साधको के साथ सामूहिक योगासन किये| भारतीय योग संस्थान के जिले एवम् प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा को चार चाँद लगा दिये| यज्ञदत्त आर्य जी ने आसनो के साथ साथ योग मय गीत से सभी का मन मोह लिया| कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री सहदेव सिंह आर्य द्वारा ओउम के उच्चारण एवम् गायत्री मंत्र के पाठ से हुआ इसके पश्चात नगर क्षेत्र के भारतीय योग संस्थान के शिक्षको ने योगासनो का अभ्यास सभी उपस्थित जनो को कराया| इसके पश्चात अंकुर मान एवम् विपुल द्वारा संगीत की धुन योगासनो की सुन्दर प्रस्तुति दी गई तथा आर्य एकेडेमी के छात्र देवांश ग्रेवाल ने अपने आसनो से सबका मन मोह लिया| राकेश टिकैत जी ने सभी से योगमय जीवन शैली अपनाने की अपील की| उन्होंने कहा की मैंने स्वयं लगभग 12 किलो वजन इस मार्ग को अपनाकर कम किया हैं| इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारी डाँ सुनीता बालियान जी ने सभी से नियमित योग करने की अपील की तथा उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की कि आर्य एकेडेमी में प्रातः काल दैनिक योग की निशुल्क कक्षाये संचालित होती हैं| कार्यक्रम के अंत में आर्य एकेडेमी केंद्र के साधको ने अतिथियो को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया| डाँ सुनीता बालियान जी को महर्षि दयानन्द का चित्र प्रधानाचार्या सोनिका आर्य एवम् संस्था के संस्थापक डाँ सत्यवीर आर्य जी ने भेटं कर सम्मानित किया| कार्यक्रम का संचालन सुघोष आर्य एडo ने किया|
इस अवसर पर कार्यक्रम में परिवर्तन की साक्षी समिति के पदाधिकारियों ने अपनी उपस्थिथि से कार्यक्रम में सहभागिता की संस्था के सचिव श्री संदीप शर्मा जी का विशेष सहयोग रहा|
अंत में अमरपाल प्रमुख, श्यामलाल चेयरमैन, सुनील तायल, राजनारायण, नरेश मालिक, सुशील, मनीष गुप्ता, राजबीर आर्य, चन्द्रमोहन, प्रवीण , चन्द्रमोहन ने सभी साधको को प्रसाद वितरित किया|