क्या 26,000 में से 11,000 किसान फर्जी ? राकेश टिकैत ने की CBI जांच की मांग
क्या 26,000 में से 11,000 किसान फर्जी ? राकेश टिकैत ने की CBI जांच की मांग

नयी दिल्ली। भतीजे को साइडलाइन कर लोकजनशक्ति पार्टी को अपने प्रभुत्व में लेते हुए चाचा पसुपति पारस ने आगे की रणनीतियां तैयार कर ली हैं। अब अगले महीने से देशव्यापी सदस्यता अभियान की शुरुआत करने वाले हैं। तो वहीं जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अभिनेता आमिर खान और निर्देशक राजकुमार हिरानी की उपस्थिति में एक नई फिल्म नीति की शुरुआत की। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में घपले का आरोप लगाया है।
लोजपा की कश्मीर फतह की तैयारी !
लोकजनशक्ति पार्टी में चाचा-भतीजे का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि मोदी सरकार में मंत्री पसुपति पारस ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। बिहार से पैर पसारते हुए अब पसुपति पारस ने जम्मू-कश्मीर में एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही। उनका कहना है कि जब कभी भी जम्मू-कश्मीर में चुनाव होने हम एनडीए के साथ मिलकर लड़ेंगे और यहां पर सरकार भी एनडीए की ही बनेगी।
भारतीय इतिहास के ऐतिहासिक दिनों में से एक 5 अगस्त को पसुपति पारस ने कहा कि अगले महीने से उनकी पार्टी देशव्यापी सदस्यता अभियान का आयोजन करने जा रही है। इसके अलावा पशुपति कुमार पारस खुद अक्टूबर में जम्मू-कश्मीर जाने वाले हैं। जहां पर वह एक विशाल रैली में हिस्सा लेंगे।
5 सांसदों की मदद से पसुपति पारस ने लोकजनशक्ति पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन कर दिया। चिराग पासवान को हटाकर खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए। लोकसभा में भी उन्हें लोजपा का नेता मान लिया गया। अब वह जम्मू-कश्मीर में भी अपनी किस्मत आजमाना चाह रहे हैं।
नई फिल्म नीति की शुरुआत
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अभिनेता आमिर खान और निर्देशक राजकुमार हिरानी की उपस्थिति में एक नई फिल्म नीति की शुरुआत की। मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के लिए ऐतिहासिक दिन। बहुप्रतीक्षित जम्मू कश्मीर नई फिल्म नीति 2021 की शुरुआत हुई। इस अवसर पर प्रख्यात अभिनेता आमिर खान और फिल्मकार राजकुमार हिरानी और अन्य लोग उपस्थित थे। फिल्म नीति की शुरुआत से संबंधित आयोजन प्रसिद्ध डल झील के पास शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में हुआ।
एमएसपी घोटाले का आरोप
केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन 8 महीने से भी अधिक समय से जारी है। उनकी मांग है कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) कानून बनाए। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने रामपुर में एमएसपी पर फसल खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
किसान नेता ने दावा किया कि फसल खरीद में घपलेबाजी हुई है। भारतीय जनता पार्टी की नेत्री जया प्रदा की रामपुर में जो स्कूल की जमीन है, उसे खेती की जमीन दिखाकर गेहूं खरीदा गया है। इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक दावा किया कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं। इसी के साथ उन्होंने सीबीआई जांच कराने की भी मांग की।
राकेश टिकैत ने कहा कि रामपुर में एमएसपी खरीद में 26,000 किसानों में से 11,000 किसान फर्जी थे। हम दस्तावेज मुहैया कराएंगे। जिन जगहों पर स्कूल और भवन बन रहे हैं, वहां खेती दिखाई जा रही है। उनका दावा है कि सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक देशभर के सिर्फ आठ फीसदी किसानों को ही एमएसपी का लाभ मिल रहा है। इन आठ फीसदी में से भी 40 फीसदी किसानों की पहचान जाली है।