Bihar: ‘नास्तिकों को भी ईश्वर याद आ जाते होंगे’, नीतीश का बिना नाम लिए पुष्पम प्रिया ने कसा तंज
Bihar: 'नास्तिकों को भी ईश्वर याद आ जाते होंगे', नीतीश का बिना नाम लिए पुष्पम प्रिया ने कसा तंज

विपक्षी एकता की कवायद में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल में ही कोलकता और लखनऊ का दौरा किया था। इस दौरे को नीतीश कुमार की ओर से सफल बताया जा रहा है। हालांकि, नीतीश के इसी दौरे को लेकर द पलूरल्स पार्टी की अध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी ने उनपर तंज कसा है। खुद को बिहार के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर पेश करने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी नीतीश पर निशाना साधने के लिए एयरपोर्ट को जरिया बनाया। उन्होंने पटना के एयरपोर्ट को रेलवे स्टेशन से भी बदतर बताते हुए नीतीश कुमार के कामकाज पर सवार खड़े किए।
इसको लेकर पुष्पम प्रिया ने एक ट्वीट भी किया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि कोलकाता-लखनऊ गए हैं तो एयरपोर्ट पर ही उतरे होंगे। ध्यान आया कि नहीं कि 17 साल से सीएम हूँ और पटना में एक इज़्ज़तदार एयरपोर्ट नहीं बनवा सका? विदेशी छोड़िए, देशी फ़्लाइटें भी लैंड करती हैं तो नास्तिकों को भी ईश्वर याद आ जाते होंगे। और हालात रेलवे स्टेशन से भी बदतर! वहीं, आनंद मोहन की रिहाई को लेकर भी उन्होंने नीतीश सरकार पर निशाना साधा। उनकी पार्टी की ओर से ट्वीट कर कहा गया कि बिहार के सभी दल-दल आधिकारिक रूप से नपुंसक साबित हो चुके हैं। अपराधियों को जेल से बाहर निकालने के लिए क़ानून बदल दिया गया और सब क़ानून का चीर-हरण देखते रहे? छिः, धिक्कार है! आज बिहार में क़ानून के इतिहास का काला दिन है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एक साथ लाने के प्रयास के तहत सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष ममता बनर्जी के साथ कोलकाता में, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के साथ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बैठक की। ये बैठकें नयी दिल्ली में कुमार द्वारा कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बातचीत के 12 दिनों के भीतर हुई हैं। वहीं सोमवार की बैठकों से यह संकेत मिले हैं कि दोनों क्षेत्रीय दलों (टीएमसी और सपा) के प्रमुख अब कांग्रेस के प्रति अपनी उदासीनता को छोड़ने और 2024 के आम चुनावों से पहले विपक्षी गठबंधन के लिए सहमत हैं।