3200 रुपये में बहुत महंगा है, बेवकूफ बनाते रहो, अडानी के FPO पर महुआ मोइत्रा का तंज
3200 रुपये में बहुत महंगा है, बेवकूफ बनाते रहो, अडानी के FPO पर महुआ मोइत्रा का तंज

कारोबारी गौतम अडानी ने बाजार में उतार-चढ़ाव की वजह से उनके समूह की प्रमुख कंपनी के एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडानी समूह के शेयरों में अरबों डॉलर की गिरावट आई है। तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने संकटग्रस्त अडानी समूह की गिरावट पर तंज कसा है। महुआ ने ट्वीट करते हुए कहा कि एलआईसी इंडिया को अब तक अडानी के शेयरों में ₹3,200 करोड़ का घाटा, निर्मला सीतारमण… भारतीय जनता की कीमत पर अडानी को समर्थन देने का क्या दबाव है? हमें जवाब चाहिए।
शेयर की गई स्क्रीनशॉट में एक समाचार रिपोर्ट है, जिसमें कहा गया था कि ‘अडानी समूह की पांच बड़ी कंपनियों में राज्य के स्वामित्व वाली जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की शेयरधारिता का बाजार मूल्य पहली बार इसके खरीद मूल्य से नीचे गिर गया है’। रिपोर्ट में विचाराधीन पांच कंपनियों की पहचान अदानी एंटरप्राइज, टोटल अदानी गैस, अदानी ग्रीन एनर्जी, अदानी ट्रांसमिशन और अदानी पोर्ट्स के रूप में की गई है। संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित लघु-विक्रेता हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में ‘बेशर्म स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी’ का आरोप लगाने के बाद से गौतम अडानी का समूह गंभीर जांच के दायरे में आ गया है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का नतीजा भारत में एक बड़े पैमाने पर राजनीतिक तूफान रहा है और अडानी समूह को अरबों का नुकसान हुआ है। इस हफ्ते इसकी 10 कंपनियों का संयुक्त इक्विटी बाजार मूल्य 100 अरब डॉलर से नीचे गिर गया, और अडानी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में तेजी से नीचे गिर गया – 2 नंबर से 29 नंबर पर आ गए