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Captain Amarinder Singh बन सकते हैं महाराष्ट्र के अगले गवर्नर, इन वजहों से लगातार सुर्खियों में रहे भगत सिंह कोश्यारी

Captain Amarinder Singh बन सकते हैं महाराष्ट्र के अगले गवर्नर, इन वजहों से लगातार सुर्खियों में रहे भगत सिंह कोश्यारी

Captain Amarinder Singh बन सकते हैं महाराष्ट्र के अगले गवर्नर, इन वजहों से लगातार सुर्खियों में रहे भगत सिंह कोश्यारी

सितंबर 2019 में उनकी नियुक्ति के बाद से राज्य में कोश्यारी का कार्यकाल विवादों से घिरा रहा है, जिसके कारण विपक्ष ने विरोध किया और महाराष्ट्र के महापुरुषों का अपमान करने और इतिहास को विकृत करने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग लगातार करती रही है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में भगत सिंह कोश्यारी की जगह लेने की संभावना जताई जा रही है। कोश्यारी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने पद से हटने की इच्छा व्यक्त की थी। सितंबर 2019 में उनकी नियुक्ति के बाद से राज्य में कोश्यारी का कार्यकाल विवादों से घिरा रहा है, जिसके कारण विपक्ष ने विरोध किया और महाराष्ट्र के महापुरुषों का अपमान करने और इतिहास को विकृत करने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग लगातार करती रही है। इस बीच, वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर की राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के खिलाफ की गई टिप्पणी पर शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अम्बेडकर ने मीडिया से बात करते हुए कहा था, “शरद पवार बीजेपी के साथ हैं,” जिसके बाद शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने अम्बेडकर को पवार पर ऐसी प्रतिकूल टिप्पणियों के प्रति आगाह किया।

राउत ने कहा, ”अंबेडकर को अपनी बातों पर ध्यान देना चाहिए। अगर वह गठबंधन जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें पवार की आलोचना बंद करनी चाहिए।’ राकांपा (विधायक) जीतेंद्र अवध ने भी तीखा पलटवार करते हुए कहा, ‘हम पवार के खिलाफ इस तरह की आलोचना बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा, “आप कोई ढीली टिप्पणी नहीं कर सकते हैं और दूर हो सकते हैं। दादर में गुरुवार रात 45 मंजिला इमारत की 42वीं मंजिल पर भीषण आग लग गई। मध्य मुंबई में दादर पूर्व में बाबासाहेब अंबेडकर रोड पर आरए रेजिडेंसी टॉवर में लेवल-4 में आग लगने की सूचना मिली थी। किसी के घायल होने की सूचना नहीं थी।

इन वजह से लगातार विवादों पर रहे कोश्यारी

पिछले साल नवंबर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कोश्यारी ने कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने जमाने के आदर्श थे, जबकि डॉ.आंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी तक आधुनिक आदर्श राज्य में हैं। कोश्यारी ने कहा , ‘‘शिवाजी पुराने जमाने के आदर्श हैं। आप आदर्श अब यहां पाएंगे। डॉ. आंबेडकर से नितिन गडकरी तक, आप उन्हें यहां पाएंगे।’’

पिछले साल जुलाई में कोश्यारी ने कहा था कि यदि राजस्थानी और गुजराती समुदाय के लोगों को शहर से निकाल दिया जाए तो मुंबई देश की वित्तीय राजधानी नहीं रह जाएगी। इस बयान पर कई विपक्षी दलों ने कोश्यारी की आलोचना की। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह उन्हें प्रसिद्ध कोल्हापुरी चप्पल दिखाने का समय है।

मुंबई विश्वविद्यालय में नई इमारत का उद्घाटन करते समय कोश्यारी ने विश्वविद्यालय के कुलपति से अनुरोध किया था कि अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों के नये छात्रावास का नाम स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के नाम पर रखें।

ओरंगाबाद में पिछले साल मार्च में एक कार्यक्रम के दौरान कोश्यारी ने समर्थ रामदास को छत्रपति शिवाजी महाराज का ‘गुरु’ बताया था। कोश्यारी ने कहा था, ‘‘कई महाराजा और चक्रवर्ती सम्राट इस धरती पर पैदा हुए थे। लेकिन अगर चाणक्य न होते तो चंद्रगुप्त के बारे में कौन पूछता? अगर समर्थ (रामदास) न होते तो छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में कौन पूछता?’’

पिछले साल मार्च में कोश्यारी का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह सामाजिक कार्यकर्ता ज्योतिराव फूले और सावित्रीबाई फूले के बाल विवाह का मजाक उड़ाते दिखे। सावित्रीबाई का 10 साल की उम्र में ज्योतिराव से विवाह हुआ था जिनकी उम्र तब 13 साल थी। महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोश्यारी पर आरोप लगाया था कि वह हद से अधिक सक्रियता दिखा रहे हैं और इशारा किया था कि राज्यपाल राज्य सरकार की सिफारिश के बावजूद राज्य विधान परिषद की रिक्त 12 सीट को नहीं भर रहे हैं।

वर्ष 2019 में भाजपा-शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी घमासान के बीच कोश्यारी ने स्तब्ध कर देने वालेशपथ ग्रहण समारोह में देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।

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