Telangana में Mission 90 में जुटी भाजपा, अप्रैल से पहले 10 हजार गांव स्तरीय बैठकों की योजना
Telangana में Mission 90 में जुटी भाजपा, अप्रैल से पहले 10 हजार गांव स्तरीय बैठकों की योजना

Telangana में Mission 90 में जुटी भाजपा, अप्रैल से पहले 10 हजार गांव स्तरीय बैठकों की योजना
वर्तमान में देखें तो भारत राष्ट्र समिति के पास 104 सीटें हैं जबकि एआईएमआईएम के पास 7 सीटें हैं। कांग्रेस के पास तेलंगाना में 5 सीटें हैं। वहीं भाजपा 2 सीटों के साथ चौथे नंबर की पार्टी है। एक सीट पर 2018 में अन्य ने जीत हासिल की थी।
हैदराबाद। तेलंगाना में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति फिलहाल सत्ता में है। तेलंगाना बनने के बाद से लगातार के चंद्रशेखर राव वहां के मुख्यमंत्री हैं। तेलंगाना में 2014 में पहली बार विधानसभा के चुनाव हुए थे। इस चुनाव में के चंद्रशेखर राव ने जीत हासिल की थी। वहीं, 2018 के भी विधानसभा चुनाव में के चंद्रशेखर राव की ही सरकार बनी थी। तेलंगाना में 119 विधानसभा की सीट है। बीआरएस यहां लगातार चुनाव जीतती रही है। वर्तमान में देखें तो भारत राष्ट्र समिति के पास 104 सीटें हैं जबकि एआईएमआईएम के पास 7 सीटें हैं। कांग्रेस के पास तेलंगाना में 5 सीटें हैं। वहीं भाजपा 2 सीटों के साथ चौथे नंबर की पार्टी है। एक सीट पर 2018 में अन्य ने जीत हासिल की थी।
भले ही भाजपा 2 सीटों के साथ तेलंगाना में चौथे नंबर की पार्टी दिख रही हो। लेकिन यह बात भी सच है कि तेलंगाना में हुए उपचुनाव में भाजपा दूसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है। तेलंगाना में भाजपा ने लगातार अपनी ताकत दिखाई है। खुद को मजबूत किया है। भाजपा के बड़े नेता लगातार तेलंगाना का दौरा करते रहते हैं। तेलंगाना को लेकर मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर भी जबरदस्त तरीके से हमलावर रहते हैं। दूसरी तरफ वर्तमान परिस्थिति को भी देखें तो तेलंगाना में भाजपा काफी मजबूत दिखाई दे रही है। यही कारण है कि अब भारत राष्ट्र समिति ने भी भाजपा से मुकाबले की तैयारी कर ली है। भाजपा आप तेलंगाना के हिसाब से अपनी रणनीति बनाते हुए दिखाई दे रही है।
भाजपा को पूरा का पूरा फोकस तेलंगाना में मिशन 90 पर है। तेलंगाना में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 60 विधायकों की आवश्यकता होती है। लेकिन भाजपा ने यहां मिशन 90 पर काम करना शुरू कर दिया है। इसको लेकर भाजपा की एक बड़ी बैठक पर हुई है। इस बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल हुए। इस बैठक में पार्टी नेताओं के समक्ष 10000 गांव तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। संक्रांति के बाद इसकी शुरुआत की जाएगी। इस दौरान ‘केसीआर हटाओ, तेलंगाना बचाओ’ का नारा भी दिया जाएगा। भाजपा का साफ तौर पर कहना है कि पार्टी के चंद्रशेखर राव के भ्रष्ट व परिवार राज्य की पोल खुलेगी। भाजपा की ओर से इन बैठकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किए जा रहे कार्यों को उठाया जाएगा।
माना जा रहा है कि इन कार्यक्रमों में अमित शाह भी शामिल हो सकते हैं जो केसीआर सरकार के वादों और उन्हें पूरा करने में उनकी विफलताओं का एक आरोप पत्र भी जारी करेंगे। इस कार्यक्रम के समापन पर अमित शाह अप्रैल में एक विशाल जनसभा को संबोधित भी करेंगे। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष 7 जनवरी को सभी 119 विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के बूथ स्तरीय समिति के सदस्यों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करेंगे। दक्षिणी राज्यों में अपना विस्तार करने के उद्देश्य से, भाजपा ने पिछले साल जुलाई में हैदराबाद में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की थी। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के समापन के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि तेलंगाना को ‘डबल इंजन’ सरकार की जरूरत है और राज्य में भाजपा के सत्ता में आने पर इसे पूरा किया जाएगा।