एकनाथ शिंदे नाममात्र के मुख्यमंत्री, मोदी-शाह के इशारे पर महाराष्ट्र का प्रशासन: नाना पटोले
एकनाथ शिंदे नाममात्र के मुख्यमंत्री, मोदी-शाह के इशारे पर महाराष्ट्र का प्रशासन: नाना पटोले

मुंबई। वेदांता-फॉक्सकॉन का महाराष्ट्र में प्रस्तावित 2 लाख करोड़ रुपए के निवेश का गुजरात चला जाना, एक बेहद गंभीर बात है । इससे यह स्पष्ट हो गया है कि एकनाथ शिंदे राज्य में नाममात्र के मुख्यमंत्री हैं, जबकि महाराष्ट्र का प्रशासन पीएम नरेन्द्र मोदी और केन्दीय मंत्री अमित शाह के इशारे पर दिल्ली से चल रहा है। शिंदे सरकार पर यह जोरदार हमला महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने किया है। उन्होंने कहा कि फॉक्सकॉन का गुजरात जाना महाराष्ट्र के साथ एक बड़ा अन्याय है।
इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए नाना पटोले ने कहा कि महाविकास आघाडी सरकार ने राज्य में निवेश लाने के प्रयास में फॉक्सकॉन के साथ सकारात्मक चर्चा की थी। महाराष्ट्र सरकार और वेदांता -फॉक्सकॉन के बीच की बातचीत अंतिम चरण तक पहुंच गई थी। पुणे के पास तलेगांव की जगह गुजरात की तुलना में अधिक लाभदायक थी। महाराष्ट्र सरकार ने भी इस प्रोजेक्ट के लिए इन कंपनियों को अच्छा पैकेज दिया था, लेकिन जैसे ही राज्य में सरकार बदली, प्रोजेक्ट को गुजरात शिफ्ट कर दिया गया। यह बेहद चौकाने वाला फैसला है।
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पटोले ने कहा कि यदि यह परियोजना तलेगांव में शुरू की जाती तो महाराष्ट्र के लाखों युवाओं को रोजगार मिलने के साथ- साथ छोटे-बड़े उद्योगों को काफी फायदा होता । लेकिन भाजपा नेता माविआ सरकार को इस बात के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है, जबकि शिंदे – फडणवीस की ईडी सरकार तब तक सोई रही, जब तक कि महाराष्ट्र का यह बड़ा प्रोजेक्ट गुजरात में नहीं चला गया। साल 2014-19 में देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल के दौरान, मुंबई में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय वित्त केंद्र, डॉकयार्ड, और हीरा व्यापार गुजरात चला गया और अब फॉक्सकॉन भी गुजरात चला गया है । पटोले ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी की साजिश को देखते हुए अगर एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस कल मुंबई को भी गुजरात को दे दें तो इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए।