रामजन्मभूमि के सबूत निकालने वाले भारतीय पुरातत्व के भीष्म पितामह बीबी लाल का निधन, PM मोदी ने जताया शोक
रामजन्मभूमि के सबूत निकालने वाले भारतीय पुरातत्व के भीष्म पितामह बीबी लाल का निधन, PM मोदी ने जताया शोक

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महान विभूति प्रोफेसर बीबी लाल का निधन हो गया है। वह 101 साल के थे। उनका पूरा नाम ब्रजबासी लाल था। उन्हें भारतीय पुरातत्व का भीष्म पितामह कहा जाता है। अपने जीवन में पुरातत्वविदों की 4 पीढ़ियों का उन्होंने मार्गदर्शन किया है। उनका निधन शुक्रवार की रात उनके दिल्ली आवास पर हुआ। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। प्रधानमंत्री ने उनके योगदान को भी याद किया। अपने ट्वीट में नरेंद्र मोदी ने लिखा कि श्री बी बी लाल एक उत्कृष्ट व्यक्तित्व थे। संस्कृति और पुरातत्व में उनका योगदान अद्वितीय है। उन्हें एक महान बुद्धिजीवी के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने हमारे समृद्ध अतीत के साथ हमारे जुड़ाव को गहरा किया। उनके निधन से आहत हूं। मेरे विचार उनके परिवार और दोस्तों के साथ हैं। शांति।
गौर करने वाली बात यह भी है कि बीबी लाल सबसे ज्यादा चर्चा में उस समय आए जब उन्होंने अयोध्या की बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे की नींव में मंदिर मौजूद होने की सबूत खोज निकाले थे। इसके बाद से वह भारतीय इतिहास में हमेशा के लिए अंकित हो गए थे। बीबी लाल को 2000 में पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया था जबकि 2021 में उन्हें पद्म विभूषण का सम्मान दिया गया था। बीबी लाल भारत के सबसे वरिष्ठ आर्कियोलॉजिस्ट में से एक थे। 100 साल की उम्र में भी वह कई शोध में सक्रिय थे। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में 2 मई 1921 को हुआ था। बीबी लाल ने महाभारत और रामायण से जुड़ी जगहों के साथ-साथ सिंधु घाटी सभ्यता पर भी खूब काम किया। इस पर उनके कई किताब और रिसर्च प्रकाशित हो चुके हैं।