राजनीति

Dussehra Rally। शिंदे और उद्धव गुट में तनाव के बीच आया शरद पवार का बयान, सीएम को दी यह नसीहत

Dussehra Rally। शिंदे और उद्धव गुट में तनाव के बीच आया शरद पवार का बयान, सीएम को दी यह नसीहत


महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद कहीं ना कहीं राजनीति लगातार देखने को मिल रही है। शिवसेना से बगावत करने के बाद एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए हैं। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 ज्यादा विधायकों ने उद्धव ठाकरे से बगावत कर दी। एकनाथ शिंदे भाजपा के सहयोग से मुख्यमंत्री बन गए। इसके बाद से शिवसेना पार्टी को लेकर अब बवाल जारी है। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे दोनों असली शिवसेना के दावेदार के तौर पर अपने-अपने दावे कर रहे हैं। इसी कड़ी में अब दशहरा रैली को लेकर भी दोनों पक्षों में टकराव देखने को मिल रहा है। दरअसल, शिवसेना की ओर से शिवाजी पार्क में हर साल दशहरा रैली का आयोजन किया जाता रहा है। लेकिन इस बार उसके लिए परिस्थितियां कुछ अलग है।

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दरअसल, इस बार शिवसेना दो गुटों में बढ़ चुकी है। एक ओर उद्धव ठाकरे का गुट है तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गुट। एकनाथ शिंदे को शिवसेना के 40 से ज्यादा विधायक और 12 से ज्यादा सांसदों का समर्थन हासिल है। वही, उद्धव ठाकरे का दावा है कि जमीनी कार्यकर्ता शिवसेना के साथ हैं। वह धोखेबाजो के साथ नहीं जाएंगे। यही कारण है कि दोनों गुटों में समय-समय पर तनाव देखने को मिल जाता है। इन सबके बीच दोनों गुट शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने को लेकर अड़े हुए हैं। उद्धव ठाकरे गुट शिवाजी पार्क मैदान में दशहरा रैली की अपनी मांग पर अड़ा हुआ है तो वहीं शिंदे गुट के नेता भी शिवाजी पार्क में ही दशहरा रैली करना चाहते हैं। यही कारण है कि दोनों के बीच इस वक्त टकराव चरम पर है। इस पूरे मामले पर अब शरद पवार का भी बयान आ गया है।

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एकनाथ शिंदे को नसीहत देते हुए शरद पवार ने कहा कि एक मुख्यमंत्री को टकराव के राष्ट्रीय से बचना चाहिए और सभी को साथ लेकर चलना चाहिए। इससे पहले उद्धव ठाकरे ने दावा किया था कि उनकी ओर से दशहरा रैली शिवाजी पार्क में की जाएगी। इसमें महाराष्ट्र भर से कार्यकर्ता जुटेंगे। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार उन्हें इस रैली की इजाजत देती है या नहीं देती है, यह उन्हें पता नहीं है। आपको बता दें कि वर्ष 1966 में बाला साहब ठाकरे द्वारा शिवसेना की स्थापना की गई थी। स्थापना के बाद से ही शिवसेना लगातार दशहरा रैली का आयोजन करती आई है। फिलहाल शिवसेना की शिंदे गुट जहां भाजपा के साथ खड़ी है। वहीं, उद्धव ठाकरे महा विकास आघाडी के साथ होने का दावा कर रहे हैं जिसमें एनसीपी और कांग्रेस में शामिल है।

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