आजादी के 75 वर्ष बाद भी अंग्रेजों के बने अनेक काले कानून नहीं बदले
आजादी के 75 वर्ष बाद भी अंग्रेजों के बने अनेक काले कानून नहीं बदले

सहारनपुर, देवबंद। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में श्री कृष्ण वाटिका में कार्यक्त्रस्म आयोजित किया गया। इस दौरान कुटी परिसर में अतिथियों ने पौधरोपण कर देश को आजादी दिलाने वाले वीर सपूतों और शहीदों को याद किया। कार्यक्त्रस्म में शहीद-ए-आजम शहीद सरदार भगत सिंह के भतीजे किरणजीत सिंह संधू ने कहा कि देश ने आजादी के बाद 75 वर्षों में बेमिसाल तरक्की की है। लेकिन अंग्रेजों के समय के बने अनेक काले कानूनों को नहीं बदला गया। ऊंच-नीच, भेदभाव और सांप्रदायिकता की भावनाएं समाज से नहीं मिट सकी हैं। जिस स्वतंत्र भारत में जिस समाज और राष्ट्र के सपने सरदार भगत सिंह और उनके क्त्रसंतिकारी साथियों ने देखे थे, वैसा भारत हम नहीं बना सके हैं। आज की युवा पीढ़ी सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्ला खां, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी और पंडित जवाहर लाल नेहरू सरीखे नेता के दिखाए रास्ते से भटक गई है, जो चिंता का विषय है। प्रगतिशील किसान चौधरी सेठपाल सिंह ने कहा कि किसानों को रासायनिक खेती के जरिए ज्यादा उपज लेने का लालच छोड़ना होगा। किसान पुनऱ् आर्गेनिक खेती की ओर लौटे। उन्होंने किसानों से औषधीय खेती अपनाने पर बल दिया। अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। संयोजक स्वामी शांतनु महाराज ने अतिथियों का आभार जताया। संचालन मास्टर जनेश्वर प्रसाद ने किया। इस मौके पर विद्युत निगम के चीफ एके आत्रे, डॉ. डीके जैन, रणवीर सिंह पुंडीर, श्री गुरुद्वारा सभा के प्रधान कुलदीप छाबड़ा, राजकिशोर गुप्ता, दीपक राज सिंघल व सुदामा शर्मा आदि रहे।