हिमाचल में दो दिन भारी बारिश का अलर्ट, चंबा में स्कूलों को लेकर नए आदेश
हिमाचल में दो दिन भारी बारिश का अलर्ट, चंबा में स्कूलों को लेकर नए आदेश

बारिश के बाद धूप खिलते ही जमीन दरकने लगी है। मिट्टी सिकुड़ने से भूस्खलन के मामले बढ़ गए हैं। मंगलवार को प्रदेश में 38 मकान और 77 गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुईं। प्रदेश में 89 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप है।
हिमाचल प्रदेश में दो दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में 24 और 25 अगस्त को कई भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट है। प्रदेश में 29 अगस्त तक मौसम खराब बना रहने की संभावना है। वहीं, बारिश के बाद धूप खिलते ही जमीन दरकने लगी है। मिट्टी सिकुड़ने से भूस्खलन के मामले बढ़ गए हैं। मंगलवार को प्रदेश में 38 मकान और 77 गोशालाएं क्षतिग्रस्त हुईं। प्रदेश में 89 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप है। 86 बिजली ट्रांसफार्मर और 85 पेयजल योजनाएं भी बंद हैं। मंगलवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। मंगलवार शाम तक कुल्लू में 36, चंबा में 35, मंडी में 12 और सोलन-कांगड़ा में तीन-तीन सड़कों पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकी। चंबा में 52, मंडी में 24 और कुल्लू में 10 बिजली ट्रांसफार्मर बंद रहने से सैकड़ों गांवों में बिजली सप्लाई गुल रही। 85 पेयजल योजनाएं बंद होने से जिला चंबा के कई गांवों में पीने के पानी का संकट गहरा गया है। मंगलवार को कांगड़ा में 15, मंडी में 13, हमीरपुर में तीन, चंबा-कुल्लू-शिमला में एक-एक और सोलन-ऊना में दो-दो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा कांगड़ा में 41, मंडी में 26, कुल्लू में तीन, सोलन-चंबा में दो-दो और हमीरपुर-शिमला में एक-एक गोशाला क्षतिग्रस्त हुई है। प्रदेश में जारी बरसात से मानसून सीजन के दौरान अभी तक 1,35,035 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है।
उपायुक्त चंबा ने आदेश जारी करते हुए कहा कि भटियात एवं सिहुंता तहसील के सभी सरकारी, निजी स्कूल, आईटीआई, महाविद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र भी 23 व 24 अगस्त को बंद रहेंगे, क्योंकि भटियात उपमंडल के सड़क नेटवर्क और गांवों के रास्तों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। लिहाजा, शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुख सार्वजनिक सुरक्षा का मामला होने के कारण इन आदेशों का कड़ाई से अनुपालना सुनिश्चित करेंगे।
वहीं, चंबा जिले चुवाड़ी और सिहुंता क्षेत्र में भारी बारिश के कारण हुए नुकसान के बाद प्रशासन ने स्कूली विद्यार्थियों के लिए नए आदेश जारी किए हैं। प्रशासन ने निर्देश दिए हैं कि अगर कोई विद्यार्थी प्राकृतिक आपदा और भूस्खलन के चलते स्कूल नहीं पहुंच पा रहा है तो उन्हें पाठशाला में उपस्थित होने से छूट रहेगी। इसके अलावा नाले पारकर स्कूल पहुंचने वाले विद्यार्थियों पर भी यह आदेश लागू होंगे। स्कूल स्टाफ को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने स्कूल में ही रहें और ऑनलाइन विद्यार्थियों की पढ़ाई जारी रखें। वहीं प्रशासन ने अभिभावकों से भी अपील की है कि वे मौसम की स्थिति देखकर ही स्कूल भेजें। उच्च शिक्षा विभाग ने यह आदेश चुवाड़ी और सिहुंता क्षेत्र के समस्त स्कूल प्रमुखों को जारी कर दिए हैं।