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होलिका दहन पर भूले से भी न करें ये गलती, नहीं तो हो जायेंगे बर्बाद

होलिका दहन पर भूले से भी न करें ये गलती, नहीं तो हो जायेंगे बर्बाद

भारत में होली का त्योहार एक पारंपरिक और सांस्कृतिक हिंदू त्यौहार है, जो प्राचीन समय से पुरानी पीढ़ियों द्वारा मनाया जाता रहा है और प्रत्येक वर्ष नयी पीढ़ी द्वारा इसका अनुकरण किया जा रहा है। भगवान विष्णु ने जब नरसिंह का अवतार लेकर भक्त प्रह्लाद की रक्षा की थी, तब से ही होली का त्योहार मनाने की परंपरा चली आ रही है।होली का पर्व दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन होलिका दहन किया जाता है और दूसरे दिन रंग वाली होली खेली जाती है। इस बार होलिका दहन रविवार, 28 मार्च को किया जाएगा।होलिका दहन के दिन किसी को भी पैसे उधार देने की गलती न करें। इस दिन रुपए-पैसे का लेन-देन करने से घर में पूरे साल धन की कमी रहती है। ऐसा करने से घर की सुख-समृद्धि में भी कमी आती है।यदि किसी महिला का सिर्फ एक पुत्र है तो उसे होलिका दहन की अग्नि प्रज्वलित नहीं करनी चाहिए। हालांकि अगर किसी महिला की एक पुत्री और एक पुत्री है तो वो वो होलिका दहन की अग्नि प्रज्वलित कर सकती है।होलिका दहन के दिन सफेद चीजें खाने से सख्त परहेज करना चाहिए। इस दिन भूलकर भी सफेद चीजों का सेवन न करें। सफेद चीजों से नकारात्मक शक्तियां जल्दी आकर्षित हो जाती हैं। इसलिए सफेद मिठाई, खीर, दूध, दही या बताशे आदि का सेवन न करें।होलिका दहन में आम, वट और पीपल की लकड़ी जलाना बेहद अशुभ समझा जाता है। दरअसल इस मौसम में इन तीनों ही पेड़ों में नई कोपलें आने लगती हैं, इसलिए इन्हें जलाना सही नहीं माना जाता है। आप गूलर या अरंड के पेड़ की लकड़ी का ही इस्तेमाल करें। इसके अलावा उपले का भी प्रयोग कर सकते हैं।ज्योतिर्विद के मुताबिक, होलिका दहन के दिन महिलाओं को सिर ढककर ही रहना चाहिए। वे चाहें तो अपने पुत्र की दीर्घायु के लिए इस दिन उपवास भी कर सकती हैं। ऐसा करने से भगवान श्री कृष्ण की विशेष कृपा मिलती है।

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