पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर का विधानसभा चुनाव, जानें किस पार्टी का चेहरा कौन
पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर का विधानसभा चुनाव, जानें किस पार्टी का चेहरा कौन

मार्च या अप्रैल के महीने में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। चुनाव आयोग की तरफ से बीते कुछ दिनों के भीतर ही चुनाव की तारीखों की घोषणा की जा सकती है। यूपी, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा के साथ ही पूर्वोत्तर के राज्य मणिपुर भी चुनावी घमासान में उतरने को तैयार है। सत्ता में पहली बार काबिज हुई बीजेपी इस बार भी अपने बलबूते तख्त पर काबिज होने के लिए पूरा जोर लगा रही है। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में 60 सीटों को समेटे इस प्रदेश में बीजेपी दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। लेकिन उसने क्षेत्रीय दलों को साध वहां सरकार बना ली। लेकिन इस बार के चुनाव में बीजेपी की रणनीति छोटी पार्टियों के बैसाखी को छोड़ अकेले अपने बूते बहुमत लाने की है।
म्यांमार की सीमा से लगे इस प्रदेश को अशांत और संवेदनशील माना जाता है। इसलिए यहां उग्रवाद से लड़ने के लिए अफस्पा लागू है। लेकिन इसे वापस लेने की मांग भी यहां का एक प्रमुख चुनावी मुद्दा रहा है। मणिपुर में इस बार का मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है। दोनों ही पार्टियां यहां सहयोगियों को साथ लेकर चुनाव लड़ रही है।
बीजेपी ने नहीं खोले अपने पत्ते
वैसे तो वर्तमान में मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल रहे एन बीरेन सिंह बीजेपी का चेहरा माने जा रहे हैं। हालांकि इसका आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। पार्टी की राज्य ईकाई की प्रमुख ए शारदा देवी भी सीएम पद के लिए पार्टी की पसंद बन सकती है। शारदा देवी को एक तेज तर्रा छवि वाली नेता माना जाता है। हालांकि मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी ने अपने पत्ते अभी तक नहीं खोले हैं।
चेहरे के संकट से जूझ रही कांग्रेस
मणिपुर में कांग्रेस चेहरे के संकट से जूझ रही है। इसके पीछे की वजह ज्यादातर पुराने चेहरों का पार्टी छोड़ दूसरे दलों की ओर रुख करना रहा है। कांग्रेस इस बार के चुनाव में बिना किसी चेहरे के ही नए नेताओं के आसरे चुनावी मैदान में है।