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*मुख्तार के शूटर को एसटीएफ ने तीन दिन पहले किया था ढेर,अब एसटीएफ के रडार पर आए पूर्व विधायक,जांच हुई शुरू,शासन को भेजा पत्र*

*मुख्तार के शूटर को एसटीएफ ने तीन दिन पहले किया था ढेर,अब एसटीएफ के रडार पर आए पूर्व विधायक,जांच हुई शुरू,शासन को भेजा पत्र*

जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह रहे माफिया मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा के शूटर शाहरुख पठान को ढेर करने के बाद यूपी एसटीएफ के निशाने पर एक पूर्व विधायक आ गए हैं।

मुजफ्फरनगर खालापार निवासी शूटर शाहरुख पठान को एक पूर्व विधायक का संरक्षण प्राप्त था। विधायक ने पिछले कुछ साल में शाहरुख और उसके गुर्गों के साथ मिलकर काफी जमीनों की खरीद की थी। इस दौरान शाहरुख को भी हिस्सेदारी मिली थी। इसी इनपुट पर पूर्व विधायक पर एसटीएफ ने शिकंजा कसा है।पूर्व विधायक के खिलाफ शासन को चिट्ठी भेजी गई है और संपत्ति की जांच के लिए लिखा गया है। ऐसे में पूर्व विधायक की संपत्ति की जांच हो सकती है।

एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने शाहरुख पठान को तीन दिन पहले ही मुजफ्फरनगर के छपार में मुठभेड़ में मार गिराया था। एसटीएफ लंबे समय से शाहरुख की रेकी कर रही थी।इस दौरान एक पूर्व विधायक के संरक्षण का खुलासा हुआ। मुठभेड़ के बाद शाहरुख के मोबाइल की जांच में यह बात पुख्ता हो गई कि मुजफ्फरनगर का पूर्व विधायक उसे संरक्षण और साझेदारी में काम कर रहा था।जमीनों पर कब्जा कराने और धमकी दिलाने के लिए शाहरुख को भेजा जाता था।साल भर में कुछ जमीनों के सौदे के बारे में भी एसटीएफ के पास इनपुट है।इसी को लेकर एक पत्र शासन को भेजा गया है, जिसमें संबंधित पूर्व विधायक,उसके रिश्तेदारों और शाहरुख के कुछ रिश्तेदारों की संपत्ति की जांच कराने के लिए लिखा गया है।

बुधवार को पूरे दिन एसटीएफ की टीम मुजफ्फरनगर में ही डेरा जमाए रही। पूर्व विधायक और शाहरुख पठान के कनेक्शन को लेकर जांच शुरू की गई है।दूसरी ओर शाहरुख पठान के साथ उसके आठ अन्य लोग भी गैंग में काम कर रहे थे,जिनका इनपुट एसटीएफ को पास है। मुठभेड़ के बाद से सभी अंडरग्राउंड हो ग‌ए हैं।इनकी भी तलाश में टीम को लगाया गया है।सूत्रों के मुताबिक ये सभी यूपी छोड़कर हरियाणा भाग गए हैं।

एसटीएफ अधिकारियों की माने तो शाहरुख ने कुछ महीने पहले खालापार निवासी एक कारोबारी को धमकी दी थी और उसकी जमीन को औने-पौने दाम में खरीदने के लिए दबाव बनाया था,जिस जगह कारोबारी की जमीन है, उसके पीछे ही पूर्व विधायक की जमीन भी है।इसी जमीन की कीमत बढ़ाने के लिए कारोबारी की जमीन पर कब्जे का प्रयास किया गया। पहले पूर्व विधायक ने दबाव बनाया, लेकिन बात नहीं मानने पर शाहरुख को धमकी देने के लिए भेजा गया।

एसपी एसटीएफ ब्रिजेश सिंह के अनुसार पूर्व विधायक ने संजीव जीवा का गैंग चलाने वाले शाहरुख पठान को अपने संरक्षण में रखा हुआ था।इस बात के प्रमाण मिले हैं,शासन और मुख्यालय को इस संबंध में पत्र भेजकर जानकारी दी गई है और संपत्ति की जांच कराने के लिए भी लिखा गया है। कार्रवाई अभी प्रचलित है।

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