मुजफ्फरनगर

*आईएमए मेरठ वार्षिक वैज्ञानिक सम्मेलन – 23 फरवरी 2025 – चिकित्सकों और आम जनता में कार्डियक एरिदमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना*

*आईएमए मेरठ वार्षिक वैज्ञानिक सम्मेलन – 23 फरवरी 2025 - चिकित्सकों और आम जनता में कार्डियक एरिदमिया के प्रति जागरूकता बढ़ाना*

मेरठ 23 Feb 2025 : कार्डियक एरिदमिया वह स्थिति है जब ह्रदय बहुत तेज, बहुत धीमी या अनियमित धड़कने लगता है। यह समस्या हल्के लक्षणों से लेकर **अचानक ह्रदयगति रुकने (सडन कार्डियक अरेस्ट)** तक हो सकती है, जिससे यह चिकित्सा क्षेत्र में एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। **डॉ. अमित मलिक, वरिष्ठ निदेशक, ह्रदय रोग विभाग, मैक्स अस्पताल, वैशाली** के अनुसार, कार्डियक एरिदमिया के सही समय पर पहचान और प्रभावी प्रबंधन से **जानलेवा स्थितियों को रोका जा सकता है**।

**युवाओं में बढ़ते अचानक ह्रदयगति रुकने के मामले**
हाल के वर्षों में **व्यायाम के दौरान या खेल आयोजनों के दौरान युवाओं में अचानक मृत्यु** की घटनाएं बढ़ रही हैं। **इन अधिकतर मामलों में कार्डियक एरिदमिया मुख्य कारण होता है**। डॉ. मलिक के अनुसार, **समय पर निदान और उचित उपचार से** इस घातक स्थिति को टाला जा सकता है।

**कार्डियक एरिदमिया के आधुनिक उपचार और रोकथाम**
आज के समय में **वैज्ञानिक प्रमाणों पर आधारित आधुनिक रणनीतियाँ** कार्डियक एरिदमिया के प्रभावी प्रबंधन में मददगार साबित हो रही हैं, जिनमें शामिल हैं:
– **दवा उपचार (Pharmacological Therapy)** – ह्रदय की धड़कन को नियंत्रित करने के लिए विशेष दवाएं
– **कैथेटर एब्लेशन (Catheter Ablation)** – एक न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया जो असामान्य ह्रदयगति का इलाज करती है
– **इम्प्लांटेबल कार्डियक डिवाइसेस (Pacemaker और AICD)**
– **पेसमेकर** – धीमी ह्रदयगति को नियंत्रित करने के लिए
– **AICD (ऑटोमैटिक इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डिफिब्रिलेटर)** – अचानक ह्रदयगति रुकने के खतरे को कम करने के लिए
– **जोखिम कारक संशोधन (Risk Factor Modifications)** – स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर ह्रदय स्वास्थ्य को सुधारना

डॉ. मलिक यह भी बताते हैं कि **सामुदायिक जागरूकता, CPR प्रशिक्षण, और उन्नत स्क्रीनिंग तकनीकों** जैसे कि **वियरेबल डिवाइसेस (पहनने योग्य उपकरण)** कार्डियक एरिदमिया के शीघ्र निदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

**पल्स डे – 1 मार्च का महत्व**
हर साल **1 मार्च** को **पल्स डे** मनाया जाता है, जो यह याद दिलाता है कि **दुनिया में हर 3 में से 1 व्यक्ति** को अपने जीवनकाल में गंभीर **कार्डियक एरिदमिया** होने की संभावना हो सकती है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को **नियमित रूप से अपनी पल्स जांचने** और किसी भी अनियमितता का पता चलने पर चिकित्सा सलाह लेने के लिए प्रेरित करना है।

डॉ. मलिक के अनुसार, **चिकित्सा विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और आम जनता के बीच सहयोग को बढ़ावा देकर**, हम **कार्डियक एरिदमिया की समय पर पहचान और प्रभावी उपचार** सुनिश्चित कर सकते हैं, जिससे **अचानक ह्रदयगति रुकने (सडन कार्डियक डेथ) को रोका जा सकता है**।

IMG-20250402-WA0032

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!