*हरिद्वार में गंगा घाट की सफाई के दौरान निकला रेलवे ट्रैक, क्या इस जगह पहले चलती थी रेल, देखें पूरी खबर ? ✴️*
*हरिद्वार में गंगा घाट की सफाई के दौरान निकला रेलवे ट्रैक, क्या इस जगह पहले चलती थी रेल, देखें पूरी खबर ? ✴️*

हरिद्वार हर की पैड़ी पर दिखा रेलवे ट्रैक बन रहा है चर्चा का विषय , हर कोई उत्सुकता के साथ जानना चाह रहा है कि यहां यह कब बना और ट्रेन कब चली, हरिद्वार हर की पैड़ी पर सफाई के दौरान अचानक से रेलवे ट्रैक दिखाई देने लगा इसके बाद लोगों में एक सवाल उत्पन्न हो गया कि यह रेलवे ट्रैक यहां आया कैसे, और रेलवे ट्रैक था तो यहां गंगा की धारा कब प्रवाहित हुई। यह विषय हरिद्वार के साथ-साथ पूरे देश में चर्चा का विषय बन रहा है और हर व्यक्ति रेलवे ट्रैक के इतिहास को जानने के लिए उत्सुकता दिख रहा है।
हरिद्वार में हर की पौड़ी के पास गंगा जल न आने से पूरा घाट सूखा हुआ है और तलहटी तक नजर आ रही है. अब लोगों के बीच यहां एक रेलवे ट्रैक चर्चा का विषय बना हुआ है. यह रेलवे लाइन कब बिछाई गई, आइये आपको बताते हैं इसकी पूरी कहानी
हरिद्वार में गंग नहर बंद किए जाने के बाद हर की पैड़ी और वीआईपी घाट पर बहने वाली गंगा की धारा सूख गई है. इससे वहां नजारा बिल्कुल अलग हो गया है. गंगा की तलहटी नजर आने से इस समय वीआईपी घाट के पास गंगा के अंदर रेलवे की पटरीनुमा लोहे के ट्रैक नजर आ रहे हैं, जो लोगों के लिए उत्सुकता का विषय बने हुए हैं. लोग यह जानना चाह रहे हैं कि भला गंगा जी के नीचे ये रेल की पटरी कई बिछाई गई.. क्या यहां ट्रेन भी चलती थी?
दरअसल, हरिद्वार में हर की पैड़ी के पास गंगा जल न आने से पूरा घाट सूखा हुआ है और तलहटी तक नजर आ रही है. अब यहां रेलवे ट्रैक नुमा पटरियां नजर आ रही हैं. हरिद्वार रेलवे स्टेशन से करीब 3 किलोमीटर दूर ये ट्रैक लोगों के मन में जिज्ञासा पैदा कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर इन रेलवे ट्रैक की वीडियो और फोटो शेयर कर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं. कोई कह रहा है कि इस जगह पर पहले छोटी ट्रेन चला करती थी तो कोई इसे पानी में चलने वाली छोटी गाड़ी की प्रक्रिया बता रहा है.
बता दें कि हर साल मेंटेनेंस के लिए यूपी सिंचाई विभाग की ओर से गंग नहर बंद की जाती है. इससे हरिद्वार का नजारा पूरी तरह से बदल जाता है. गंगा का पानी सूख जाने से गंगा की तलहटी पर नजर आ रही ये पटरियां ब्रिटिश कालीन तकनीक की एक बानगी भी कही जा सकती है.
अब यह पटरिया किसने बनाई यह पता करना तो मुश्किल है लेकिन हां हर की पैड़ी पर रेल की पटरिया दिखाने से यह एक चर्चा का विषय है जरूर बन गया है और हर कोई इसे जानने के लिए दिलचस्पी दिखा रहा है।