*कभी इंडस्ट्री पर राज करने वाली हजारों करोड रुपए की मालकिन आज सही से अपनी करोड़ों रू. की हवेली का भी नहीं करा पा रही है पेंट भी*
*कभी इंडस्ट्री पर राज करने वाली हजारों करोड रुपए की मालकिन आज सही से अपनी करोड़ों रू. की हवेली का भी नहीं करा पा रही है पेंट भी*


. अपनी फिल्मों से लोगों के दिलों में राज करने वालीं बॉलीवुड एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर को कौन नहीं जानता जो अपनी फिल्मों से लोगों के दिलों में राज करती थी सिनेमा के शौकीन रखने वाले उनकी खूबसूरती के मुरीद आज भी है . शर्मिला की बेटी और एक्ट्रेस सोहा अली खान ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान पटौदी पैलेस के सीक्रेट्स खोले हैं. उन्होंने बताया कि पटौदी पैलेस का प्रबंधन मुख्य रूप से किसके पास है और क्यों हवेली में पेंट की जगह पुताई होती है.
हाउसिंग डॉट कॉम यूट्यूब चैनल पर साइरस ब्रोचा के साथ एक इंटरव्यू में, सोहा ने बताया कैसे आज भी उनकी मां घर के खातों की देखरेख करती हैं और यह सुनिश्चित करती हैं कि सब कुछ ठीक से हो. बातचीत में सोहा ने बताया कि मां के पास हर दिन के खर्च से लेकर महीने भर का हिसाब होता है. वहा पाई-पाई का हिसाब रखती हैं.
पैसे बचाने के लिए कराती हैं पुताई
उन्होंने ये भी बताया कि शर्मिला टैगोर पेंट की जगह पुताई करवाती हैं, क्योंकि वो कम महंगा होता है. इतना ही नहीं कई सालों से पटौदी पैलेस में कुछ भी नया नहीं आया है क्योंकि यहां का आर्किटेक्चर और नक्काशी बेहद खूबसूरत हैं.
क्यों सोहा नहीं बन सकीं प्रिंसेस
पटौदी पैलेस की हिस्ट्री में बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी दादी भोपाल की बेगम थीं और दादा नवाब पटौदी. साल 1970 में सैफ इली खान का जन्म हुआ और उन्हें प्रिंस बना दिया गया. साल 1978 में मेरा जन्म हुआ, लेकिन तब तक रॉयल टाइगर्स खत्म हो गए, इसलिए वो प्रिंसेस नहीं बनीं
क्यों बनाया गया था पटौदी पैलेस
सोहा अली खान ने बताया कि उनकी दादी और दादा की शादी नहीं हो रही थीं. ऐसे में सोहा के दादा ने अपने ससुर को इंप्रेस करने के लिए पटौदी पैलेस बनवाया था. उन्होंने कहा कि उनकी दादी के पिता दादा से जलते थे, क्योंकि वो अच्छे स्पोर्ट्समैन थे. लेकिन, पटौदी पैलेस बनवाते समय उनके पैसे खत्म हो गए थे, इसलिए फर्श पर मार्बल लगवाने की जगह बहुत सारा सीमेंट का काम किया था और ऊपर से कारपेट डाल दिए गए थे.
