दुनिया का एक मात्र मंदिर, जहां माता की पूजा करने आते है मुस्लिम,
दुनिया का एक मात्र मंदिर, जहां माता की पूजा करने आते है मुस्लिम,

आजतक आपने परियों की कहानी कई बार सुनी होगी. कई लोगों के मुताबिक़, परियां काल्पनिक होती हैं. उनका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं होता. कहानियों में ये परियां लोगों की मुराद पूरी करती नजर आती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा अनोखा मंदिर है, जहां परियों की पूजा की जाती है? जी हां, इस मंदिर में परी माता की मूर्ति स्थापित है. हर साल इस मंदिर में लाखों श्रद्धालु परी माता से अपनी मुराद पुरी करवाने आते हैं.
हम बात कर रहे हैं अलवर के खैरथल में स्थित परी माता मंदिर की. खैरथल गांव में स्थित इस मंदिर से जुड़ी कई कहानियां प्रसिद्द हैं. कहते हैं कि यहां आकर मांगी कोई भी मुराद खाली नहीं जाती. इसे परी की हवेली या परी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. सबसे ख़ास बात ये है कि ये दुनिया का इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां परी माता की मूरत स्थापित है. साथ ही इसकी एक और खासियत है. मंदिर में मन्नत मांगने हिन्दुओं के साथ ही साथ मुस्लिम भी आते हैं.
लगता है मेला
इस मंदिर में हर साल वैशाख के महीने में बड़ा मेला लगता है. इस दौरान यहां लाखों की संख्या में भक्त आते हैं. मेले में घूमने से पहले भक्त माता परी के दर्शन करते हैं. इस साल भी मंदिर में मेला लगा है. इसमें भक्तों का हुजूम उमड़ रहा है. कहा जाता है कि मंदिर में चमत्कार होते हैं. छोटे बच्चे यहां आते ही हर बीमारी से मुक्त हो जाते हैं. अपने चमत्कारों की वजह से इस मंदिर दिल्ली, मुंबई और कोलकाता तक है. इन राज्यों से भी लोग परी माता के दर्शन के लिए आते हैं.
मुस्लिम भी आते हैं दर्शन को
शायद ये दुनिया का ऐसा इकलौता मंदिर होगा, जहां हिन्दुओं के साथ ही साथ मुस्लिम भी आते हैं. उनके लिए परी माता बीबी माता बन जाती हैं. वो भी यहां आकर शीश नवाते हैं. मंदिर सालभर भक्तों के लिए खुला रहता है. भक्तों द्वारा चढ़ाए गए चढ़ावे से ही इसकी देखभाल होती है. मंदिर काफी पुराना है, जिसका जीर्णोद्वार दो साल पहले किया गया था. मंदिर में लगे मेले में आए भक्तों की सेवा के लिए लोकल लोग तत्पर रहते हैं. पानी से लेकर आराम करने तक की सुविधा आसपास के लोग भक्तों को देते हैं.