200 साल बाद सामने आया मुगलों का गुनाह… गर्भगृह के अंदर मिली ऐसी चीजें कि फटी रह गई आंखें
200 साल बाद सामने आया मुगलों का गुनाह... गर्भगृह के अंदर मिली ऐसी चीजें कि फटी रह गई आंखें


फिरोजाबाद के मंदिरों का इतिहास मुगलकालीन शासन से जुड़ा रहा है. यहां के जैन मंदिरों में आज भी प्राचीन काल की मूर्तियां निकलती रहती है. हाल ही में शहर से दूर फरिहा में एक जैन मंदिर में खुदाई के दौरान प्राचीन काल की दो मूर्ति निकली है. जो हजारों साल पुरानी बताई जा रही है.
शहर से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित फरिहा गांव में एक प्राचीन जैन मंदिर है. जहां विवेक सागर महाराज जी को कुछ दिन पहले ये आभास हुआ की इस मंदिर के गर्भगृह में मूर्तियां है. इसी आधार पर महाराज जी के साथ मंदिर की खुदाई शुरू हुई. इसी दौरान यहां चमत्कार देखने को मिला. गर्भगृह से दो प्राचीन मूर्तियां निकली. जिसमे एक मूर्ति लगभग 3 फुट की है और दूसरी मूर्ति छोटी है जो सफेद पत्थर की है.
जैन मुनि को हुआ मूर्ति होने का आभासबताया जा रहा है कि यह मूर्तियां हजारों साल पुरानी है. वहीं उन्होंने बताया कि आज से लगभग 100 साल पहले यह जैन मंदिर समतल हुआ करता था. लेकिन समय के साथ यह मंदिर काफी ऊपर उठ गया है और इसके अन्दर और मूर्तियां भी निकल सकती है. इसके अलावा लोगों ने बताया कि मुगल शासन में मंदिरों को तोड़ने के लिए इन पर आक्रमण किया गया था, जिसके चलते इन मूर्तियों को मंदिर के गर्भगृह में छुपा दिया.
महावीर जैन और नेमनाथ भगवान की है ये मूर्तियांसंजय कुमार जैन ने बताया कि हैं जैन मंदिर में जो दो मूर्तियां मिली हैं वो हजारों साल पुरानी है. जिनमें एक मूर्ति भगवान महावीर जैन की है जो लगभग 3 फीट की है और इस मूर्ति के साथ चार भगवान की प्रतिमाएं भी बनी हुई है और साथ ही दक्ष दक्षिणी भी है. इसके अलावा दूसरी मूर्ति भगवान नेमनाथ की है जो सफेद पाषाण की है. लेकिन ये मूर्तियां खंडित है इसलिए इन्हें अभी किसी मंदिर में स्थापित नहीं किया गया है. मुनि महाराज के आदेश के बाद इनकी प्राण प्रतिष्ठा कर इन्हें स्थापित किया जाएगा. वहीं पुरातत्व विभाग को भी इन मूर्तियों के निकलने की सूचना दे दी गई है.
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