नॉर्दन एलायंस के खिलाफ चल रहा भीषण युद्ध, तालिबान को मिला अलकायदा और पाक का साथ
नॉर्दन एलायंस के खिलाफ चल रहा भीषण युद्ध, तालिबान को मिला अलकायदा और पाक का साथ

काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान का राज है लेकिन पंजशीर घाटी अभी भी उनसे काफी दूर है। क्योंकि पंजशीर घाटी को बचाने के लिए नॉर्दन एलायंस ने एड़ी से चोटी तक का जोर लगा रखा है। हालांकि अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार का गठन हो चुका है और पाकिस्तान अपने फायदे के लिए इसका समर्थन कर रहा है।
क्या तालिबान के साथ है अलकायदा ?
विशेषज्ञों का मानना है कि अलकायदा तालिबान की मदद कर रहा है और उसके साथ रिश्तों को सुधारने का भी प्रयास जारी है। आपको बता दें कि तालिबान को अलकायदा, आईएसआईएस, जिहाद अल नुसरा जैसे आतंकवादी संगठनों और पाकिस्तान का साथ मिला है। तमाम आतंकी संगठन तालिबान के साथ मिलकर पंजशीर में कब्जा करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पंजशीर में चल रहे युद्ध में तालिबान के साथ पाकिस्तान सैनिक के भी मारे जाने की खबर है। दरअसल, नॉर्दन एलायंस की रेजिस्टेंस फोर्स ने मारे गए एक पाकिस्तान के सैनिक के आईडी कार्ड की तस्वीर जारी की। जिससे यह समझा जा सकता है कि पाकिस्तान के सैनिक भी पंजशीर में कब्जा करने की तालिबान की कोशिशों का समर्थन कर रहे हैं।
Pakistani special forces are helping the Taliban, on this night the Panjshir was attacked by a coalition of terrorist organizations such as al Qaeda, ISIS, jihad al nusra and led by the Taliban and Pakistan. International Terrorism vs #AhmadMassoud forces? pic.twitter.com/yTKhpReqe2
— Northern Alliance ?? (@NA2NRF) September 3, 2021
20 दिन से जारी है भीषण युद्ध
तालिबान की काबुल में एंट्री के साथ ही अशरफ गनी अफगानिस्तान छोड़कर चले गए और 34 में से 33 प्रांतों पर तालिबान का कब्जा हो गया लेकिन पंजशीर घाटी पर तालिबान अभी तक कब्जा नहीं कर पाया है। इतिहास के पन्नों को पलटे तो पिछली बार भी जब तालिबानी चरमपंथियों का शासन था, तब भी पंजशीर घाटी तक उनकी पहुंच नहीं हो पाई थी और इस बार भी कोशिशें जारी हैं लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिली। दरअसल, अहमद मसूद के नेतृत्व में नॉर्दन एलायंस मुंहतोड़ जवाब दे रहा है और तकरीबन 1200 से अधिक चरमपंथियों को ढेर कर दिया है।