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Updates: नूंह में सात संतों ने नल्हड़ मंदिर में किया जलाभिषेक, VHP के आलोक कुमार और महामंडलेश्वर धर्मदेव रहे मौजूद

Updates: नूंह में सात संतों ने नल्हड़ मंदिर में किया जलाभिषेक, VHP के आलोक कुमार और महामंडलेश्वर धर्मदेव रहे मौजूद

नूंह और इससे सटे जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। नूंह और पलवल में धारा-144 लागू है। गुरुग्राम, रेवाड़ी, फरीदाबाद आदि पड़ोसी जिले अलर्ट पर हैं। नूंह की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है ताकि दूसरे जिलों से लोग यहां नहीं आ सकें।

बीती 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह में अधूरी रह गई ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा (Braj Mandal Yatra) को सावन के अंतिम सोमवार को पूरा करने को लेकर हिंदू संगठन अडिग हैं। ऐसे में प्रशासन के साथ-साथ सरकार भी सतर्क हो गई है।

नूंह में जलाभिषेक यात्रा के दौरान सुरक्षा में तैनात नगीना थाने के अतिरिक्त प्रभारी सब इंस्पेक्टर हकमुद्दीन की मौत हो गई। सब इंस्पेक्टर हकमुद्दीन पलवल जिले के उटावड़ के रहने वाले थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा कि मौत किस वजह से हुई है।

नूंह के नल्हड़ मंदिर में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार और महामंडलेश्वर धर्मदेव महाराज के साथ पहुंचे सात संतों ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इस दौरान मंदिर के बाहर भारी संख्या में सुरक्षा बल की तैनाती रही। इसके अलावा किसी अन्य को जलाभिषेक करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

नूंह के रोजका मेव और नल्हड़ मंदिर को जाने वाले रास्ते पर करीब 10 से 15 जगहों पर पुलिस नाके लगे हुए है। साथ ही आईटीबीपी और आरपीएफ फोर्स तैनात की गई हैं। हर नाके पर वाहन चालकों के दस्तावेज की जांच हो रही हैं। बिना इजाजत किसी को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है।

गुरुग्राम के सेक्टर-69 इलाके की झुग्गियों में धमकी भरे पोस्टर लगाने वाले अज्ञात लोगों के विरुद्ध बादशाहपुर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। शिकायत मूल रूप से पश्चिम बंगाल के रहने वाले मोजेद ने दी है। झुग्गियों पर दो पोस्टर लगाए गए थे। इनके माध्यम से लोगों को झुग्गियां खाली कर भाग जाने की धमकी दी गई थी। नहीं खाली करने पर झुग्गियों को आग के हवाले करने की भी धमकी दी गई थी। दोनों पोस्टर पर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल का नाम लिखा था।

अयोध्या से नूंह में जलाभिषेक यात्रा में शामिल होने आए संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज को प्रशासन ने घामडोज टोल प्लाजा पर ही रोक दिया है। इसे लेकर संत टोल प्लाजा पर धरने पर बैठ गए हैं। जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने कहा, “मैं अयोध्या से यहां आया हूं… प्रशासन ने हमें यहां रोक दिया है, वे हमें आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं और न ही वे हमें वापस जाने दे रहे हैं। इसलिए मैं आमरण अनशन कर रहा हूं।”

नूंह में स्वामी धर्मदेव की अगुवाई में सात संतों ने नल्हड़ मंदिर में जलाभिषेक किया। इसके अलावा किसी को जलाभिषेक करने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

बीती 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी। इसके मद्देनजर एहतियात के तौर पर, अंतरराज्यीय और अंतरजिला सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। जिले के सभी प्रवेश बिंदुओं पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात करके बाहरी लोगों को नूंह में प्रवेश करने से रोक दिया गया है। कड़ी निगरानी रखने के लिए हरियाणा पुलिस के जवानों और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है।

हिंदू संगठनों की जलाभिषेक यात्रा के मद्देनजर नूंह और आसपास के इलाकों में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और एहतियात के तौर पर, दंगा-रोधी वाहन और ड्रोन तैनात किए गए हैं।

इसके साथ ही नूंह जिला प्रशासन ने पहले ही सोमवार को शैक्षणिक संस्थानों और बैंकों को बंद करने का आदेश दिया था, मोबाइल इंटरनेट और थोक एसएमएस सेवाओं को निलंबित कर दिया है और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी है।

हिंदू संगठनों द्वारा 28 अगस्त को नूंह में जलाभिषेक यात्रा निकाले जाने को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। नूंह के साथ लगती सीमा के विभिन्न स्थानों पर 20 नाके स्थापित किए गए हैं। रविवार को खुद जिला पुलिस अधीक्षक ने नाकों का निरीक्षण किया और पुलिसकर्मियों को कानून व्यवस्था तोड़ने वाले वाले असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए। धारा 144 लागू होने के बाद रविवार को जिलाभर में पुलिसबल तैनात रहा। इस दौरान वाहनों की जांच की गई और संदिग्ध लोगों से पूछताछ की।

पहली बार 31 जुलाई को नल्हड़ मंदिर स्थित भगवान भोले का जलाभिषेक करने के लिए निकाली गई ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा होने से यात्रा पूरी नहीं हुई थी। सर्व हिंदू समाज की ओर से धार्मिक यात्रा फिर से निकालने की घोषणा की है। सुरक्षा को लेकर मंदिर से जुड़ी अरावली पहाड़ी की निगरानी ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है।

वीएचपी की जलाभिषेक यात्रा को लेकर गुरुग्राम पुलिस अलर्ट पर है। सोहना में गुरुग्राम की ओर से आने वाले वाहनों को यहीं पर रोकने की तैयारी की गई है।

हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद की यात्रा के आह्वान पर, वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, “आज, सावन महीने के आखिरी सोमवार पर, साधुओं के आशीर्वाद से हम जलाभिषेक कर रहे हैं। इसके अलावा आज विभिन्न स्थानों पर… हमारे नेता (आलोक कुमार) नलहर मंदिर पहुंचने वाले हैं और वह वहां जलाभिषेक करेंगे। हिंदू समुदाय के प्रतिनिधि उनके साथ होंगे… सरकार और जी20 की तैयारियों की कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए, हमने यात्रा को प्रतीकात्मक रूप से पूरा करने का निर्णय लिया है।”

सीआइडी की ओर से ऐसे हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों की लिस्ट भी बना ली गई है, जो यात्रा निकालने को लेकर बयान दे रहे हैं। तैयारी यह भी है कि उन्हें उनके निवास पर ही रोक दिया जाए। पुलिस का आग्रह नहीं मानने पर उन्हें पुलिस निगरानी में भी लिया जा सकता है। 31 जुलाई को जलाभिषेक यात्रा पर हमले में छह लोगों की मौत हो गई थी।

हिंदू संगठनों की नूंह में आज जलाभिषेक यात्रा की घोषणा को लेकर पुलिस सतर्क है। जिले की सभी सीमा पर सघन चेकिंग की जा रही है। पुलिस सीमा पर दो दिन से नाका लगाए हुए है। 24 घंटे पुलिस मौजूद है। पुलिस की आइटी टीम इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर निगरानी किए हुए है।

नूंह में सोमवार को निकाली जाने वाली धार्मिक ब्रजमंडल यात्रा के दौरान दिल्ली के समस्त मंदिर भी बम भोले के जयकारों से गूंजेंगे। सुबह 11 बजे विभिन्न मंदिरों में विहिप के आह्वान पर हिंदू समाज द्वारा जलाभिषेक किया जाएगा।

इस संबंध में विहिप दिल्ली के मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने बताया कि इसके साथ ही 31 जुलाई की यात्रा के दौरान उपद्रव में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए आतंकी मानसिकता से लड़ने के संकल्प को और मजबूत किया जाएगा। सुरेंद्र गुप्ता अशोक विहार स्थित श्रीराम कृष्ण मंदिर में भगवान शंकर का जलाभिषेक करेंगे।

विहिप ने एक दिन पहले स्पष्ट किया था कि जलाभिषेक में उसके पदाधिकारियों और संत समाज के साथ नूंह के स्थानीय लोग शामिल होंगे। बाहर से लोगों को नहीं बुलाया गया है। चर्चा है कि नल्हड़ के मंदिर में जलाभिषेक के लिए हिंदू संगठनों के शिष्टमंडल को कड़ी सुरक्षा में जाने दिया जाए। सोमवार सुबह इस पर निर्णय होगा।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोगों से अपील की है कि सावन के अंतिम सोमवार को अपने घर के निकट भगवान भोले के मंदिर में जलाभिषेक करें। कानून व्यवस्था बनाए रखने की सभी की जिम्मेदारी बनती है। कोई भी व्यक्ति ऐसा न करे, जिससे कानून व्यवस्था में बाधा आए और लोग परेशान हों।

आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही जिले में प्रवेश करने दिया जाएगा। गुरुग्राम, पलवल, फरीदाबाद तथा रेवाड़ी सहित कई जिले के उपायुक्तों को अलर्ट पर रहने को कहा गया है।

पुलिस की 10 और अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां पहले से ही यहां तैनात हैं। दो हजार अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को भी यहां लगाया गया है। सभी नाकों पर रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) तथा पुलिस की महिला टुकड़ी तैनात रहेगी। दूसरे जिलों से भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नूंह से सटी अपनी सीमा पर नाकेबंदी रखने का कहा गया है।

हिंसा के बाद से नूंह में कैंप कर रहीं एडीजीपी (कानून व्यवस्था) ममता सिंह के साथ उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणियां सहित आठ वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे। सीमाओं के अतिरिक्त जिले में 57 नाके बना स्पेशल ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं।

जलाभिषेक यात्रा को लेकर नूंह के एसपी कुलदीप सिंह ने कहा, “आज यात्रा के लिए विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के आह्वान के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यहां स्थिति शांतिपूर्ण है। यात्रा आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई है। केवल नूंह के स्थानीय लोगों को ही प्रवेश की अनुमति है। जिले में बाहरी वाहनों को यहीं से लौटाया जा रहा है।”

विश्व हिंदू परिषद (VHP) के यात्रा आह्वान के मद्देनजर नूंह और आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस संबंध में हरियाणा पुलिस के सहायक उप-निरीक्षक धर्मबीर सिंह ने कहा, “यह नूंह-गुरुग्राम सीमा है और हम यहां संदिग्ध लोगों के चेकिंग कर रहे हैं जिसके बाद ही उनको जाने दिया जा रहा है। जिन लोगों का पास नूंह की ID है सिर्फ उन्हीं लोगों को जाने दिया जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद द्वारा दिए गए आह्वान पर हमने यह चेक पॉइंट लगाया है।”

बता दें कि प्रशासन ने जलाभिषेक यात्रा को अनुमति नहीं है। इस पर विहिप का कहना है कि धार्मिक यात्रा के लिए किसी तरह की अनुमति की जरूरत नहीं है। न ही उसने प्रशासन से इसकी मांग की है। ऐसे में प्रशासन ने अपनी तैयारी पुख्ता कर ली है।

नूंह में शनिवार दोपहर से ही यहां इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। अन्य जिलों में भी पुलिस की साइबर सेल की टीमें सोशल मीडिया पर डालने वाले भड़काऊ पोस्ट तथा वीडियो की निगरानी कर रही हैं। अफवाह फैलाने वाले को तुरंत गिरफ्तार करने के निर्देश हैं।

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