*शुकतीर्थ महाशक्ति सिद्धपीठ: संचालिका की मौत प्रकरण में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज*
*शुकतीर्थ महाशक्ति सिद्धपीठ: संचालिका की मौत प्रकरण में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज*

भोपा(मुजफ्फरनगर)। शुकतीर्थ स्थित महाशक्ति सिद्धपीठ आश्रम की संचालिका साध्वी मां राजनंदेशवरी की संदिग्ध मौत प्रकरण में आश्रम के अनुयाई द्वारा न्यायालय के आदेश पर तीन लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप लगाया गया है कि नामजद आरोपियों ने षड्यंत्र के तहत कोई जहरीला पदार्थ देकर साध्वी की हत्या कर दी गई थी।संदिग्ध परिस्थितियों में साध्वी की मौत होने एवं जल्दबाजी में दाह-संस्कार किए जाने का आरोप भी लगाया गया है। पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
उत्तर भारत की ऐतिहासिक, पौराणिक एवं महाभारतकालीन धार्मिक तीर्थनगरी शुकतीर्थ में विगत 26/27 मई की मध्यरात्रि
महाशक्ति सिद्धपीठ आश्रम की संचालिका साध्वी मां राजनंदेश्वरी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। काफी समय से नगरी के साधु-संतों, त्यागी समाज के लोगों व आश्रम के सैकड़ों अनुयायियों के द्वारा आश्रम के मौजूदा संचालक योगीराज प्रकाशानंद महाराज व उसके दत्तक पुत्र चंद्रमा ब्रह्मचारी पर ही साजिश के तहत आश्रम की करोड़ों रुपए की सम्पत्ति को हड़पने के लिए साध्वी की हत्या किए जाने का आरोप लगाया जाता रहा है। पूर्व में भी वर्ष 2018 में आश्रम की संचालिका राजयोगिनी मां राजनंदेशवरी के द्वारा 14 जून 2018 को भोपा थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया था कि बीते 31 मई 2018 की सुबह आश्रम के गेट पर एक पत्र चस्पा किया गया जिसमें 50 लाख रुपए या 5 बीघा जमीन देने की मांग की गई। काफी समय तक आश्रम में पुलिस बल तैनात रहा। सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए। लेकिन साध्वी की मौत होने तक भी घटना का राजफाश नहीं हो सका। पिछले माह26/27 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में साध्वी की मौत हो गई। तीर्थनगरी के साधु-संतों, त्यागी समाज के लोगों व आश्रम के अनुयायियों के द्वारा मौजूदा आश्रम संचालक योगीराज प्रकाशानंद महाराज व उनके दत्तक पुत्र आदि पर ही आश्रम की करोड़ों रुपए की सम्पत्ति हड़पने के लिए साध्वी की हत्या किए जाने के सनसनीखेज आरोप लग रहे हैं। उधर योगीराज प्रकाशानंद महाराज का कहना है कि वर्ष 2008 में महाशक्ति सिद्धपीठ आश्रम की स्थापना की गई थी। इसके अलावा वर्ष 2022 में विशाल व भव्य श्री बालाजी योग विज्ञान अनुसंधान केन्द्र की भी स्थापना की गई है।कुछ लोग आश्रम की करोड़ों रुपए की सम्पत्ति को हड़पने के लिए गलत आरोप लगाते रहे हैं। त्यागी समाज के जिलाध्यक्ष हरिओम त्यागी व पूर्व भोपा थाना एवं नई मंडी थाना मुजफ्फरनगर सहित कई थानों के प्रभारी रहे अरूण कुमार त्यागी आदि तथा आश्रम के अनुयायियों के द्वारा एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की जाती रही लेकिन मामले में कोई कार्यवाही न होते देख आश्रम के अनुयाई मेरठ की फूलबाग कालोनी निवासी व कई थानों के प्रभारी रहे अरूण कुमार त्यागी द्वारा आश्रम के मौजूदा संचालक योगीराज प्रकाशानंद महाराज, उसके पोते व दत्तक पुत्र चंद्रमा ब्रह्मचारी एवं एक शिष्या को नामजद करते हुए तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमा दर्ज कराते हुए आरोप लगाया गया है कि परम राजयोगिनी मां राजनंदेशवरी की हत्या के तीनों आरोपी आश्रम में ही रह रहे हैं। उक्त लोगों ने साजिश के तहत आश्रम संचालिका की जहरीला पदार्थ देकर हत्या कर दी और साधु संतों की परम्परा के विपरीत अनुयायियों व कमेटी के लोगों को बिना बताए शव को जलाकर अन्तिम संस्कार कर दिया।यह भी आरोप लगाया कि हत्यारोपियों ने आश्रम के विभिन्न बैंक खातों से 22 लाख रुपए भी निकाल लें गए। थाना पुलिस ने तीन नामजद मौजूदा आश्रम संचालक सहित मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।