Madhya Pradesh: Kuno National Park में एक और चीता की मौत, अब तक 6 चीते और 3 सावक की हो चुकी है मौत
Madhya Pradesh: Kuno National Park में एक और चीता की मौत, अब तक 6 चीते और 3 सावक की हो चुकी है मौत


कुनो नेशनल पार्क में एक और चीता के मरने की पुष्टि की गई है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक असीम श्रीवास्तव ने कहा कि मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में एक और चीते की मौत हुई। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में आज सुबह मादा चीता ‘धात्री’ मृत पाई गई। मौत के मामले का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। साझा की गई जानकारी के मुकूनो राष्ट्रीय उद्यान में बोमा में रखे गये समस्त 14 चीते (07 नर एवं 06 मादा एवं 01 मादा शावक) स्वस्थ हैं और उनका लगातार स्वास्थ्य परीक्षण बूजी वन्यप्राणी चिकित्सक टीम एवं नामीबियाई विशेषज्ञ के द्वारा किया जा रहा है।
जानकारी में यह भी बताया गया है कि बाहर विचरण कर रहे शेष 02 मादा चीतों को नामीबियाई विशेषज्ञ एवं कूल वन्यप्राणी चिकित्सक एवं प्रबंधन टीम द्वारा लगातार अनुकरण किया जा रहा है एवं उनके स्वास्थ्य परीक्षण हेतु दोना में लाये जाने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इन दोनों में से आज प्रातः एक मादा चीता ‘धात्री’ – मृत पाई गई है। मृत्यु के कारणों का पता लगाने हेतु पोस्टमार्टम की कार्यवाही की जा रही है। बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में अब तक 6 चीतों और 3 शावकों की मौत हो चुकी है।
मौत परेशान करने वाली, लेकिन चिंताजनक नहीं
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय और राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने उच्चतम न्यायालय को बताया है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में पांच वयस्क चीतों और तीन शावकों की मौत परेशान करने वाली है, लेकिन ‘‘अत्यधिक चिंताजनक’’ नहीं है और एहतियात के तौर पर जीवित चीतों को पकड़कर उनकी चिकित्सीय जांच की जा रही है। ‘प्रोजेक्ट चीता’ के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से कुल 20 रेडियो-कॉलर चीतों को मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में लाया गया था और बाद में नामीबियाई चीता ‘ज्वाला’ ने चार शावकों का जन्म दिया।
