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Modi-Jinping Conversation: चीन बिना चैन कहां! बाली में मिले हाथ, क्या अब दिल्ली आएंगे जिनपिंग?

Modi-Jinping Conversation: चीन बिना चैन कहां! बाली में मिले हाथ, क्या अब दिल्ली आएंगे जिनपिंग?

भारत और चीन के बीच पिछले कुछ समय से रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं। बॉर्डर पर हालात अभी भी पूरी तरह सुधरे नहीं हैं। इस बीच भारत सरकार की ओर से एक अहम जानकारी दी गई है। विदेश मंत्रालय ने अब ये कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बाली में हुई मुलाकात के दौरान बॉर्डर मामले पर स्थिरता लाने पर बात हुई थी। विदेश मंत्रालय का कहना है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बाली जी 20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत-चीन संबंधों को स्थिर करने की आवश्यकता पर चर्चा की थी। हालांकि इससे पहले ये बताया गया था कि पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति ने केवल शुभकामनाओं का आदान प्रदान किया था।

भारत-चीन के संबंधों को सामान्य करने की कोशिश

अभी विदेश मंत्रालय की ओर से ये जानकारी दी जा रही है कि उस बैठक के दौरान पीएम मोदी और शी जिनपिंग मुलाकात के दौरान भारत-चीन के संबंधों को सामान्य करने की कोशिश हुई थी। 8 महीने बाद एमईए ने इस बात का खुलासा किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और उनके समकक्ष चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय विदेश मामलों के आयोग के निदेशक वांग यी के बीच जोहान्सबर्ग में एक बैठक के बाद जारी चीनी विदेश मंत्रालय के बयान में इसके लेकर दावा किया गया था। चीन ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पिछले साल बाली में अपनी बैठक के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को बहाल करने के लिए आम सहमति पर पहुंचे थे। बाली में रात्रिभोज के दौरान दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक में कोई महत्वपूर्ण बातचीत शामिल थी।

क्या दिल्ली आएंगे जिनपिंग

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीन के राष्ट्रपति के दिल्ली में आयोजित जी 20 शिखर सम्मेलन में उपस्थिति को लेकर किए सवाल पर कहा कि भारत सभी आमंत्रित नेताओं की भागीदारी के साथ इसकी सफलता के लिए सभी प्रयास और तैयारियां कर रहा है। अफ्रीकी संघ को जी20 का स्थायी सदस्य बनाने के भारत के प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि ये होगा। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस मामले पर कुछ भी ठोस कहना जल्दबाजी होगी।

वर्तमान में भारतीय और चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में कुछ घर्षण बिंदुओं पर गतिरोध में लगे हुए हैं। हालाँकि, व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई क्षेत्रों में सैनिकों की वापसी हुई है। जून 2020 में गलवान घाटी में हुई भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी गिरावट आई, जो दशकों में दोनों पक्षों के बीच सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था। दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में चीनी राष्ट्रपति की उपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा कि भारत सभी आमंत्रित नेताओं की सफल भागीदारी के लिए सभी आवश्यक तैयारी कर रहा है।

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