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अंजू-सीमा के बीच जानें हसमत की कहानी, पाक नागरिकता और निकाह, फिर देश वापसी से लेकर जेल का

अंजू-सीमा के बीच जानें हसमत की कहानी, पाक नागरिकता और निकाह, फिर देश वापसी से लेकर जेल का

Lucknow News: सीमा हैदर का पाकिस्तान से भारत आना और अंजू का भारत से पाकिस्तान जाना, ये दोनों मामले रहस्यों से भरे पड़े हैं. किसी को अभी तक कुछ समझ नहीं आ रहा है कि आखिर इन मामलों का सच क्या है? जहां सीमा हैदर से भारतीय खूफियां एजेंसी पूछताछ कर रही हैं, नजर रख रही हैं तो वहीं अंजू वाले मामले में भी पाकिस्तान की पुलिस और एजेंसियां नजर रख रही हैं. इसी बीच आज हम आपको उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की एक ऐसी महिला की कहानी बताने जा रहे हैं, जो कभी भारतीय नागरिक हुआ करती थी. मगर फिर उसे भारत में ही बिना वीजा के रहने के आरोप में जेल जाना पड़ा.

पाकिस्तान में की शादी मगर..
दरअसल ये कहानी हसमत आरा की है. भारतीय युवती हसमत आरा ने पाकिस्तानी युवक से प्यार किया. प्यार में आकर वह पकिस्तान चली गई और वहीं निकाह कर लिया. इस दौरान युवती ने पाकिस्तान की ही नागरिकता ले ली. मगर फिर पति के जुल्म और प्रताड़ना से परेशान युवती अपने बच्चों के साथ वापस भारत आ गई. यहां आकर उसने फिर शादी की. मगर बिना वीजा के रहने के कारण पुलिस ने उसे पकड़ लिया. महिला को जेल जाना पड़ा.

1980 में पाकिस्तानी युवक शाहनीज आलम से किया निकाह
मिली जानकारी के मुताबिक, रायबरेली के रहने वाले मोहम्मद जाहिद की बेटी हसमत आरा ने साल 1980 में पाकिस्तान के रहने वाले शाहनीज आलम से निकाह किया. निकाह के बाद वह पाक चली गई. इस दौरान हसमत आरा ने पाकिस्तान की नागरिकता भी ले ली. इसके बाद वह पूरी तरह से पाकिस्तानी हो चुकी थी. इस निकाह से हसमत आरा के 4 बच्चे हुए. हसमतऔर शाहनीज के 2 बेटे और 2 बेटी हुई.

पति ने शुरू कर दिया प्रताड़ित करना
आरोप है कि निकाह के बाद यानी साल 1987 में हसमत आरा के पाकिस्तानी पति ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. उसपर जुल्म ढहाना शुरू कर दिया. मिली जानकारी के मुताबिक, पति की प्रताड़ना से परेशान हसमत अपने बच्चों को लेकर वापस भारत आ गई. मिली जानकारी के मुताबिक, हसमत आरा का वीजा सिर्फ 11 नवंबर 1998 तक ही वैध था. इसी बीच हसमत ने लखनऊ में दूसरा निकाह भी किया. इसी बीच हसमत आरा का वीजा खत्म हो चुका था और उसके पास पाक की नागरिकता भी थी.
24 साल बिना वीजा के भारत में रही

बता दें कि पुलिस को जानकारी मिली की हसमत आरा बिना पिछले 24 सालों से बिना बीजा के भारत में रह रही हैं. इसके बाद पुलिस ने राजधानी के सआदातगंज इलाके के लकड़मंडी इलाके से 28 अक्टूबर 2022 को उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने हसमत और उसके 4 बच्चों के खिलाफ विदेशी विषयक अधिनियम 1946 की 13 व 14 के तहत मुकदमा दर्ज किया और जेल भेज दिया.

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