1978 में पवार ने की इसकी शुरुआत, अब उन्हें वही वापस मिल रहा, NCP में बगावत पर बोले राज ठाकरे
1978 में पवार ने की इसकी शुरुआत, अब उन्हें वही वापस मिल रहा, NCP में बगावत पर बोले राज ठाकरे


महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता राज ठाकरे ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम घृणित और मतदाताओं का भयानक अपमान था। उन्होंने यह भी कहा कि यह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ही थे जिन्होंने महाराष्ट्र को राजनीतिक तख्तापलट की अवधारणा से परिचित कराया था और यह अब उन्हें परेशान करने के लिए वापस आ गया है। वर्तमान में जो हो रहा है वह घृणित है। अगर कोई इस पर जनता की राय ले तो प्रदेश के हर घर में आपको गालियां सुनने को मिलेंगी।
राज ठाकरे ने पुणे के प्रभात रोड इलाके में अपने आवास का दौरा करते हुए कहा कि यह मतदाताओं का भयानक अपमान है। अब कोई भी निश्चित नहीं हो सकता कि कौन किस पार्टी में है। यह महाराष्ट्र में एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। मनसे प्रमुख की यह टिप्पणी अजित पवार और आठ राकांपा विधायकों के रविवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल होने के दो दिन बाद आई है। ठाकरे ने दोहराया कि चीजें अभी तक स्पष्ट नहीं हैं कि इन घटनाक्रमों के पीछे कौन था और उन्होंने कहा कि उन्हें आश्चर्य नहीं होगा अगर बाद में यह पता चला कि वरिष्ठ पवार इस खेल का हिस्सा थे। 1978 में पवार ने इसकी शुरुआत की। इससे पहले महाराष्ट्र में ऐसा कभी नहीं हुआ था। इसलिए उन्होंने इसे शुरू किया और अब यह उनके पास वापस आ रहा है।
ठाकरे ने कहा कि 1978 में पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेसी वसंतदादा पाटिल की सरकार को गिरा दिया था। मुझे लगता है कि विद्रोहियों में से कुछ लोग प्रफुल्ल पटेल, दिलीप वालसे पाटिल, छगन भुजबल उस तरह के लोग नहीं हैं जो अजीत पवार का अनुसरण करेंगे। अत: इन तीनों लोगों की हरकतें मुझे संदिग्ध लगती हैं।
