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Barack Obama पर राजनाथ का प्रहार, बोले- वे अपने बारे में भी सोचे, उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किया है

Barack Obama पर राजनाथ का प्रहार, बोले- वे अपने बारे में भी सोचे, उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किया है

भारतीय मुसलमानों के अधिकारों को लेकर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की टिप्पणी पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पलटवार किया है। राजनाथ सिंह ने साफ तौर पर कहा कि ओबामा को यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो विश्व में रहने वाले सभी लोगों को भी परिवार का सदस्य मानता है। उन्होंने कहा कि उनको अपने बारे में भी सोचना चाहिए कि उन्होंने कितने मुस्लिम देशों पर हमला किया है।

राजनाथ का बयान
राजनाथ सिंह आज जम्मू में हैं। जम्मू में पत्रकारों ने उनसे ओबामा के बयान पर सवाल पूछा। राजनाथ ने साफ-साफ कहा कि भारत दुनिया का एकमात्र देश है जो अपनी सीमा में रहने वाले लोगों को ही नहीं बल्कि दुनिया के लोगों को अपने परिवार का हिस्सा माना है। हम वसुदेव कुटुंबकम के रास्ते पर चलते हैं। हम इस्लाम को लेकर कोई भेदभाव नहीं कर सकते। उन्होंने साफ-साफ ने कहा कि भारत के सेक्युलर कैरेक्टर को समझने की कोशिश लोगों को करनी चाहिए। इस्लाम के 72 फिरके मुस्लिम देशों में भी नहीं मिलेंगे लेकिन भारत में मिलेंगे। उन्होंने कहा कि दुनिया में कुछ ताकतों ने एक धारणा बनाने की कोशिश की है। शायद उसी के आधार पर लोगों की धारणा बनी होगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ओबामा को अपने बारे में भी सोचना चाहिए। उन्होंने कितनी मुस्लिम देशों पर हमले किए हैं।

निर्मला सीतारमण ने क्या कहा
ओबामा के बयान पर पलटवार करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुझे आश्चर्य हुआ जब प्रधानमंत्री मोदी …सभी के सामने भारत के बारे में बात कर रहे थे, तब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति भारतीय मुस्लिमों को लेकर बयान दे रहे थे। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या उनके कार्यकाल (राष्ट्रपति रहते) में छह देशों, सीरिया, यमन, सऊदी, इराक और अन्य मुस्लिम देशों में बमबारी नहीं हुई? उन्होंने कहा कि हम अमेरिका के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं लेकिन वहां से यूएससीआईआरएफकी भारत में धार्मिक सहिष्णुता को लेकर टिप्पणी आई और पूर्व राष्ट्रपति कुछ और कह रहे हैं। मंत्री ने कहा कि यह देखना अहम है कि इसके पीछे कौन लोग हैं।

ओबामा ने क्या कहा था
ओबामा ने बृहस्पतिवार को ‘सीएनएन’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा था, “यदि (अमेरिकी) राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी से मिलते हैं, तो हिंदू बहुसंख्यक भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का उल्लेख करना उचित है। अगर मेरी प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत हुई, जिन्हें मैं अच्छी तरह से जानता हूं, तो मेरे तर्क का एक हिस्सा यह होगा कि यदि आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत किसी बिंदु पर अलग-थलग होने लगेगा।

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