ताजा ख़बरेंब्रेकिंग न्यूज़राष्ट्रीय

जनता रो रही है, सरकार सो रही है, राजस्थान सीएम बाहर निकले और जनता की सुध लें:वसुंधरा राजे

जनता रो रही है, सरकार सो रही है, राजस्थान सीएम बाहर निकले और जनता की सुध लें:वसुंधरा राजे

जनता रो रही है, सरकार सो रही है, राजस्थान सीएम बाहर निकले और जनता की सुध लें:वसुंधरा राजे

जयपुर। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे सोमवार को हाडौती संभाग में बाढ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा करने के बाद गहलोत सरकार पर हमला करते हुए कहाहाड़ौती की जनता खून के आंसू रो रहीं हैं जबकि राज्य सरकार जयपुर के सिविल लाइन्स में चैन की नींद सो रही हैं।’’ राजे ने बारां-झालावाड़ सहित पूरे हाड़ौती संभाग में बाढ़ से बिगड़ी स्थितियों पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए राज्य सरकार की संवेदनहीनता पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोमवार को सांसद दुष्यंत सिंह के साथ बारां जिले के सीसवाली, मांगरोल, छिनोद, शाहबाद, सड, बील, खेडा डांग, कवाई, छीपा बडौद सहित कई गांवों में बाढ व अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया।

राजे ने एक बयान में कहा,‘‘ बाढ़ और अतिवृष्टि की मार से परेशान हाड़ौती की जनता खून के आंसू रो रहीं हैं जबकि राज्य सरकार जयपुर के सिविल लाइन्स में चैन की नींद सो रही है।’’ उन्होंने कहा,‘‘चक्रवात ताऊते के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौरा किया मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बाढ़ग्रस्त इलाक़े का दौरा कर लोगों राहत पहुँचाई। (अब) मुख्यमंत्री (अशोक गहलोत) जी भी बाहर निकलें और जनता की सुध लें।’’ उन्होंने कहा कि पिछले 10 दिन की अतिवृष्टि से उपजे बाढ़ के हालात में राज्य सरकार ने जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया है तथा संकट की इस घड़ी में जनता के दुख-दर्द जानने की जगह मुख्यमंत्री और मंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा कर खानापूर्ति में लगे रहे। उन्होंने कहा कि दर्जनों लोगों की मौत हो गई, सैकड़ों मकान ढह गए, हज़ारों पशु मर गये,लापता हो गए, लेकिन राज्य सरकार और प्रशासन पंगु बना बैठा है। राजे ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि आज हाड़ौती में 100 फीसदी फसलें बर्बाद हो चुकी है लेकिन संभागीय आयुक्त 30 फीसदी फसल बर्बाद होने की रिपोर्ट देकर आँखों में धूल झोंक रहें हैं।

उन्होंने आरोप लगाया,‘‘हमारी सरकार द्वारा चलाई गई मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना को राजनीतिक कारणों से बंद करने का नतीजा आज कोटा संभाग ही नहीं पूरा प्रदेश भुगत रहा है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘इस योजना से गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में ही एकत्र होता था। अब हालात यह है कि क़रीब-क़रीब पूरा हाड़ौती जलमग्न हो गया। सोयाबीन, चावल, उड़द,मक्का और ज्वार की बुवाई करने वाले हाड़ौती के किसान खून के आंसू रो रहे हैं।’’ राजे ने कहा कि सरकार भले ही सोती रहे लेकिन हम प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगे।

IMG-20250402-WA0032

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!