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Jagannath Rath Yatra 2023: पुरी, अहमदाबाद, राजकोट, हौज खास में निकल रही रथ यात्राओं में उमड़ी भक्तों की भीड़

Jagannath Rath Yatra 2023: पुरी, अहमदाबाद, राजकोट, हौज खास में निकल रही रथ यात्राओं में उमड़ी भक्तों की भीड़

Jagannath Rath Yatra 2023: पुरी, अहमदाबाद, राजकोट, हौज खास में निकल रही रथ यात्राओं में उमड़ी भक्तों की भीड़
भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा आज धूमधाम के साथ शुरू हो गयी। हम आपको बता दें कि हिंदू पचांग के अनुसार हर साल आषाढ़ शुक्ल द्वितीय (आषाढ़ी बीज) के दिन रथयात्रा निकाली जाती है। ओडिशा के पुरी, गुजरात के अहमदाबाद और राजकोट, दिल्ली के हौज खास तथा देश के अन्य भागों में भी भगवान जगन्नाथ के मंदिर में आज श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है। उमस और गर्मी के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है। हर किसी की ललक यही है कि वह रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की एक झलक पा ले। ओडिशा के पुरी की बात करें तो वहां ऐतिहासिक वार्षिक रथ यात्रा में शामिल होने के लिए दस लाख लोग पहुँचे हैं जिसको देखते हुए प्रशासन ने तमाम प्रबंध किये हैं। रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथों को श्री गुंडिचा मंदिर तक खींचकर ले जाने के दौरान भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था।

एक अधिकारी ने बताया कि रथ यात्रा के लिए 125 विशेष ट्रेनें पुरी के लिए चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस दौरान बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे लगाये गये हैं। ओडिशा के मुख्य सचिव पीके जेना ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने पुरी में गर्मी और उमस वाले मौसम को देखते हुए व्यापक इंतजाम किये हैं। कार्यकर्ता श्रद्धालुओं पर पानी छिड़केंगे और किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति के लिए ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया है।” वहीं भक्तों का कहना है कि गर्मी और अन्य किसी चीज से उन्हें कोई परेशानी नहीं है वह तो सिर्फ प्रभु के दर्शन और उनकी चरण रज हासिल करने के लिए यहां आये हैं।

राष्ट्रपति ने किये दर्शन

इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और सुख, शांति और समृद्धि की कामना की है। राष्ट्रपति ने दिल्ली के हौज खास स्थित प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में सुबह दर्शन भी किये। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा प्रारंभ होने के अवसर पर सभी देशवासियों, विशेष रूप से भगवान जगन्नाथ के भक्तों को मैं हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। उन्होंने कहा कि मैं महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना करती हूं कि भक्ति और समर्पण का यह त्योहार, सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आए। जय जगन्नाथ।

प्रधानमंत्री ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और सभी के अच्छे स्वास्थ्य, खुशी और आध्यात्मिक समृद्धि की कामना की। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “रथ यात्रा की सभी को शुभकामनाएं। हम इस पवित्र अवसर का उत्सव मना रहे हैं, ऐसे में भगवान जगन्नाथ की दिव्य यात्रा हमारे जीवन को स्वास्थ्य, खुशी और आध्यात्मिक समृद्धि से भर दे।” प्रधानमंत्री ने ‘आषाढ़ी बीज’ के अवसर पर सभी को, खासतौर पर दुनिया भर में रहने वाले कच्छी समुदाय के लोगों को बधाई दी। हम आपको बता दें कि रथ यात्रा भगवान जगन्नाथ से जुड़ा एक त्योहार है। यह उसी दिन मनाया जाता है, जिस दिन गुजरात के कच्छी समुदाय के लोग अपना नया साल मनाते हैं।

गुजरात में भी रथ यात्रा की धूम

जहां तक गुजरात में रथयात्रा की बात है तो यहां भी इसकी धूम देखते ही बन रही है। गुजरात के अहमदाबाद शहर में भगवान जगन्नाथ की 146वीं रथयात्रा मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई और बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसमें शामिल हुए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुजरात पुलिस ने पहली बार रथयात्रा में पूरे मार्ग पर निगरानी के लिए 3डी मैपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया है और किसी भी अवैध ड्रोन को आने से रोकने के लिए ड्रोन-रोधी प्रौद्योगिकी का भी उपयोग किया जा रहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोने की झाड़ू से रथ का मार्ग साफ करने की प्रतीकात्मक रस्म के रूप में ‘पाहिंद विधि’ में भाग लिया। इसके बाद भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के रथ जमालपुर इलाके में स्थित 400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से 18 किलोमीटर की रथयात्रा के लिए निकले। रथयात्रा शुरू होने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुबह मंदिर में ‘मंगल आरती’ की। रथयात्रा में तीन रथों के साथ करीब 15 सजे-धजे हाथी चल रहे हैं। इनके अलावा 100 ट्रक में झांकियां और गायक मंडलियां साथ में हैं। यात्रा पुराने शहर से निकलकर मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक मंदिर लौटेगी। रास्ते में जमालपुर, कालूपुर, शाहपुर और दरियापुर जैसे कुछ सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र भी पड़ेंगे। अधिकारियों के अनुसार, रथयात्रा के मार्ग में सुरक्षा के लिए विभिन्न स्थानों पर शहर पुलिस, होमगार्ड, राज्य रिजर्व पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के 26,000 से अधिक जवानों को तैनात किया गया है।

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