राष्ट्रीय

Karnataka Election में किसका पलड़ा भारी? भाजपा-कांग्रेस के बीच दिख रहा शानदार मुकाबला

Karnataka Election में किसका पलड़ा भारी? भाजपा-कांग्रेस के बीच दिख रहा शानदार मुकाबला

Karnataka Election में किसका पलड़ा भारी? भाजपा-कांग्रेस के बीच दिख रहा शानदार मुकाबला
कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार अपने आखिरी चरण में है। तमाम राजनीतिक दलों ने कर्नाटक में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। हालांकि, राज्य में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है। लेकिन जीडीएस को भी कम नहीं आंका जाना चाहिए और वह किंगमेकर की भूमिका में आ सकती है। इसको लेकर लगातार ओपिनियन पोल आ रहे हैं। ज्यादातर ओपिनियन पोल में कांग्रेस को बढ़त दिखाई दे रही है। तो वहीं जी न्यूज़-Matrize के सर्वे में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरते दिख रही है। फिलहाल कर्नाटक में चुनावी वादों का भरमार है। सभी दल अपने अपने स्तर पर इन लोगों को साधने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

एबीपी-सी वोटर के ओपिनियन पोल की मानें तो कर्नाटक में कांग्रेस के लिए अच्छी खबर है। भाजपा और जेडीएस को नुकसान हो सकता है। एबीपी-सी वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक 224 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 107 से 119 सीटें मिल सकती हैं। भाजपा के खाते में 74 से 86 सीटें मिलने की संभावना है जबकि जेडीएस के पास 23 से 35 सीटें जा सकती है। वोट शेयर के मामले में भी भाजपा को नुकसान होता दिख रहा है। कांग्रेस के पास वोट शेयर 40% तक जा सकती है जबकि भाजपा के पास 35 फ़ीसदी रहने की संभावना है। जेडीएस को 17 फ़ीसदी वोट मिल सकते हैं।

इंडिया टुडे सी वोटर के मुताबिक भी कर्नाटक में भाजपा के लिए अच्छी खबर नहीं है। 2018 की तुलना में पार्टी को 24 सीटें कम मिलेंगी। पार्टी को 74 से 86 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। ओपिनियन पोल में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भी लोगों से राय मांगा गया। ताजा सर्वे के मुताबिक सिद्धारमैया अभी भी मुख्यमंत्री पद की रेस में लोगों की पसंद है। 42% लोगों ने मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं। वहीं भाजपा के बसवराज बोम्मई को 31 फ़ीसदी लोग मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। एनडीटीवी और सीएसडीएस के सर्वे में 40 फ़ीसदी लोगों ने सिद्धारमैया को सीएम कैंडिडेट के तौर पर पसंद किया है। वहीं, बसवराज बोम्मई को सिर्फ 42 फ़ीसदी लोग ही सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं। एचडी कुमारास्वामी को 15 फ़ीसदी, डीके शिवकुमार को चार और बीएस येद्दयुरप्पा को पांच फ़ीसदी लोग सीएम के तौर पर देखना चाहते हैं।

मुख्य चुनावी मुद्दों की बात करें तो यहां 67 फ़ीसदी लोगों का मानना है कि महंगाई ज्यादा हुई है। गरीबी को लेकर भी लोगों ने चिंता जाहिर की है। 51% लोगों ने दावा किया है कि भाजपा के सरकार में भ्रष्टाचार बढ़ा है। वहीं, 35 फ़ीसदी लोगों को इसमें कोई अंतर नजर नहीं आया। जी न्यूज़-Matrize के सर्वे की माने तो भाजपा वहां सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है। भाजपा को 103 से 115 सीटें मिल सकती है जबकि कांग्रेस के साथ में में 79 से 91 सीटें जा सकती हैं। जेडीएस 26 से 36 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रहेगी जबकि 1 से 3 सीट अन्य के खाते में जाएगी। वोट शेयरों की बात करें तो यहां भाजपा को 42 फ़ीसदी, कांग्रेस को 40 फ़ीसदी और जेडीएस को 15 फ़ीसदी मिलती हुई दिखाई दे रही है।

वर्तमान में कर्नाटक में देखें तो राजनीतिक वार-पलटवार का दौर जबरदस्त तरीके से जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब भाजपा के प्रचार की कमान खुद संभाल ली है। वह लगातार कर्नाटक का दौरा कर रहे हैं। लोगों के बीच जा रहे हैं और कांग्रेस पर जबरदस्त तरीके से निशाना साध रहे हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पीएफआई, आरक्षण, बजरंग दल फिलहाल बड़े मुद्दे बन चुके हैं। देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में जब 10 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे तो जनता किसके पक्ष में जाती है। 13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।

IMG-20250402-WA0032

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!