राष्ट्रीय

कानपुर के गरीब परिवार की प्रशासन की लापरवाही के कारण हादसे में हुई मृत्यु के जिम्मेदार लोगों को कब मिलेगी सजा?

कानपुर के गरीब परिवार की प्रशासन की लापरवाही के कारण हादसे में हुई मृत्यु के जिम्मेदार लोगों को कब मिलेगी सजा?

कानपुर में ब्राह्मण परिवार के साथ शासन-प्रशासन का अमानवीय व्यवहार… परिणाम एक मां अपनी के बेटी के साथ इस दुनिया से विदा….क्या कृष्ण गोपाल दीक्षित इतना बड़ा भू माफिया था, जो शासन प्रशासन के लोगों की दया की भी पात्रता नहीं रखता था? इस कांड के जिम्मेदार अफसरों के लियॆ यह कहना बिल्कुल सही होगा कि *किताबी कीड़ा बनकर अधिकारी बने…संस्कार जीवन में प्राप्त नहीं किये*… अब प्रश्न यह उठता है कि क्या इन जैसे अफसरों के लियॆ विकास दुबे (विकरु कांड-कानपुर) ही ठीक था? *कृष्ण गोपाल दीक्षित* का अपराध यह था कि वह ग्राम समाज की भूमि पर झोपड़ी डालकर रह रहा था। चलो ठीक है ग्राम समाज भूमि पर अतिक्रमण गैरकानूनी है परंतु सरकार के वह वादे कहां गए, जिसमें प्रधानमंत्री जी मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि मैं प्रत्येक गरीब को पक्का घर दूंगा। क्या कृष्ण गोपाल दीक्षित गरीब नहीं था या सिर्फ ब्राह्मण होने की सजा भुगत रहा था? उसके पास झुग्गी थी, मंदिर था, नल था, पत्नी-बेटा-बेटी थी! अब बस चीख, पुकार, बेबसी, दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की औपचारिकता, बेटा और कृष्ण गोपाल दीक्षित बचे हैं! इसके साथ उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक जी की सोशल मीडिया के माध्यम से परिवार को सांत्वना बची है, जिसमें वह कह रहें हैं कि इस पारिवारिक घटना से वह बहुत कष्ट में हैं! दोषी लोगों पर कठोर कार्यवाही करूंगा… और कुछ नहीं! प्रश्न यह है कि क्या इस परिवार की कोई सरकारी आर्थिक सहायता नहीं हो सकती? और इतनी ब्राह्मण सभाएं क्या सिर्फ फोटो खिंचवाने के लियॆ ही बनी है और ब्राह्मणों के राजनेता सभी चुपचाप देख रहें…कोई विरोध नहीं..कोई परिवार की आवाज नहीं बन रहा!
-मुख्यमंत्री योगी जी से निवेदन परिवार को त्वरित न्याय की व्यवस्था हो और सरकारी आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाय।
*-अचल कृष्ण शास्त्री* भागवत पीठ शुकतीर्थ

IMG-20250402-WA0032

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!