Gautam Adani मुद्दे पर कांग्रेस का सड़क से लेकर संसद तक संग्राम, राहुल फिर बोले- यह हम दो, हमारे दो की सरकार
Gautam Adani मुद्दे पर कांग्रेस का सड़क से लेकर संसद तक संग्राम, राहुल फिर बोले- यह हम दो, हमारे दो की सरकार

अडाणी मुद्दे पर संसद से लेकर सड़क तक हंगामा कर रही कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को देशभर में जिला कांग्रेस कमेटी की अगुवाई में जिले में स्थित एलआईसी और एसबीआई कार्यालयों पर मार्च और विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलवा अडाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर संसद में चर्चा कराने और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग कर रहे विपक्षी सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामा किया जिसके चलते तीसरे दिन भी कार्यवाही बिना कामकाज के दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी। विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर संसद भवन परिसर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष भी प्रदर्शन किया और मांग की कि सभी कामकाज स्थगित कर अडाणी के मुद्दे पर चर्चा कराई जाये।
उधर, अडाणी के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि मैं शुरू से कहता रहा हूँ कि यह हम दो, हमारे दो की सरकार है। उन्होंने कहा कि अडाणी मुद्दे पर चर्चा नहीं होने देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरसंभव कोशिश करेंगे। राहुल गांधी ने कहा कि देश को जानना चाहिए कि अरबपति उद्योगपति के पीछे कौन-सी ताकत है। राहुल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘संसद में अडाणी जी पर चर्चा नहीं होने देने के लिए मोदी जी हरसंभव प्रयास करेंगे। इसकी एक वजह है और आप उसे जानते हैं। मैं चाहता हूं कि अडाणी के मसले पर चर्चा होनी चाहिए और सच सामने आना चाहिए। लाखों और करोड़ों का भ्रष्टाचार सामने आना चाहिए। देश को पता चलना चाहिए कि अडाणी के पीछे कौन-सी ताकत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कई साल से मैं सरकार के बारे में और ‘हम दो, हमारे दो’ के बारे में बात करता आ रहा हूं। सरकार नहीं चाहती कि अडाणी मामले पर संसद में चर्चा हो क्योंकि वह डरी हुई है। सरकार को संसद में चर्चा करानी चाहिए लेकिन इससे बचने के प्रयास किए जाएंगे।’’
उल्लेखनीय है कि अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ द्वारा गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह पर फर्जी लेनदेन और शेयर की कीमतों में हेरफेर सहित कई गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद समूह के शेयर की कीमतों में भारी गिरावट आई है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए संसद में चर्चा कराने की मांग की है। पार्टी ने ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में या किसी संयुक्त संसदीय समिति द्वारा कराए जाने की मांग भी की है। अडाणी प्रकरण पर विपक्षी दल लगातार केंद्र को घेरने का प्रयास कर रहे हैं। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि अडाणी समूह के शेयरों में हालिया गिरावट एक ‘घोटाला’ है जिसमें आम लोगों का पैसा शामिल है क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने उनमें निवेश किया है। वहीं, अडाणी समूह ने कहा है कि वह सभी कानूनों और सूचना प्रकट करने संबंधी आवश्यकताओं का अनुपालन करता है।