आदिवासियों के विकास पर जोर, 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से शुरू होगी नई योजना
आदिवासियों के विकास पर जोर, 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से शुरू होगी नई योजना

आदिवासियों के विकास पर जोर, 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से शुरू होगी नई योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के अपने पहले मन की बात प्रोग्राम में देशवासियों को संबोधित करते हुए पद्म पुरस्कार पाने वाले लोगों के जीवन की कहानियां बताईं। बड़ी संख्या आदिवासी समुदायों और आदिवासी समाज से जुड़े लोगों से आती है। आदिवासी जीवन शहर के जीवन से अलग है, इसकी अपनी चुनौतियां भी हैं। इन सबके बावजूद आदिवासी समाज अपनी परंपराओं को बचाने के लिए हमेशा आतुर रहता है। पीएम मोदी के आदिवासी कल्याण को लेकर कृतसंकल्प दिखाई दे रही है। मोदी सरकार 2.0 के आखिरी पूर्ण बजट में भी इसकी झलक देखने को मिली है। आदिवासियों के विकास पर जोर देते हुए 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से शुरू करने का ऐलान किया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि विशेष रूप से जनजातीय समूहों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए PMPBTG विकास मिशन शुरू किया जाएगा, ताकि पीबीटीजी बस्तियों को मूलभूत सुविधाएं दी जा सके। अगले 3 साल में योजना को लागू करने के लिए 15,000 करोड़ उपलब्ध कराए जाएंगे। बजट में रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़ रुपए के पूंजीगत परिव्यय का प्रावधान किया गया है।