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लद्दाख के विवादित क्षेत्रों में भारत और चीनी सैनिकों के बीच फिर से हो सकता टकराव! बोली सेना- हर चुनौती के लिए तैयार

लद्दाख के विवादित क्षेत्रों में भारत और चीनी सैनिकों के बीच फिर से हो सकता टकराव! बोली सेना- हर चुनौती के लिए तैयार

भारत चीन सीमा विवाद को लेकर एक रिपोर्ट में बड़ा दावा किया गया है। सीक्रेट रिपोर्ट ने चीन का मंसूबा बताया गया है साथ ही कहा दावा किया गया है कि लद्दाख में भारत को टकराव के लिए तैयार रहना होगा। रिपोर्ट की मानें तो इस क्षेत्र में चीन की तरफ से लगातार अपनी मिलिट्री तैयारियों को मजबूत किया जा रहा है। भारत के टॉप पुलिस ऑफिसियल की एक मीटिंग में भेजी गई रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि दोनों ही देशों में टकराव बढ़ सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार पूर्वी लद्दाख में चीन सैन्य ढांचे का तेजी से विकास कर रहा है।

एलएसी के बारे में अलग-अलग धारणाएं

भारत-चीन सीमा तनाव के बीच पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) आरपी कलिता ने कहा कि सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश दोनों में स्थिति अभी स्थिर है लेकिन सीमाओं के परिसीमन की अनुपस्थिति के कारण कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। पूर्वी कमान अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम क्षेत्रों में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की देखभाल करती है। जीओसी-इन-सी ईस्टर्न कमांड कलिता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि एलएसी के बारे में अलग-अलग धारणाएं हैं जो टकराव की ओर ले जाती हैं। हालांकि, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश दोनों में स्थिति अब स्थिर है लेकिन सीमाओं के परिसीमन की अनुपस्थिति के कारण अप्रत्याशित है।

आरपी कलिता ने कहा कि भारत लगातार सीमा पार होने वाली गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है और हम किसी भी तरह की उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं। एलएसी के बारे में दोनों देशों की अलग-अलग धारणाएं हैं जो भिड़त की ओर ले जाती हैं। हालांकि, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में स्थिति अब सामान्य है लेकिन सीमाओं के परिसीमन की अनुपस्थिति के कारण कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। पूर्वी सेना पूर्वी सीमाओं पर क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है और कार्य को हमारी इकाइयों और संरचनाओं द्वारा अत्यंत व्यावसायिकता और समर्पण के साथ निष्पादित किया गया है। जीओसी-इन-सी पूर्वी कमान ने कहा, हम लगातार विकसित हो रहे हैं और आने वाली परिचालन चुनौतियों से अवगत हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बताया था कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश में तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में एलएसी को पार करने और यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की लेकिन समय पर हस्तक्षेप के कारण वे अपने स्थानों पर वापस चले गए।

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